पारंपरिक खेती में बदलाव पर जोर
संवाद सूत्र नारायणबगड़ कृषि विभाग के सौजन्य से जिला प्लान में चयनित ग्राम पंचायत डांगतोली व ग्रा
संवाद सूत्र, नारायणबगड़ : कृषि विभाग के सौजन्य से जिला प्लान में चयनित ग्राम पंचायत डांगतोली व ग्राम ज्यूडा में कृषि एवं भूमि संरक्षण इकाई थराली ने प्रशिक्षण दिया। इस दौरान काश्तकारों को बीज ग्राम योजनांतर्गत कृषि उपकरण वितरित किए गए।
ग्राम प्रधान सुरेंद्र धनेत्रा की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अधिकारियों ने काश्तकारों को भूमि संरक्षण, बीज संशोधन और उपज की पैदावार बढ़ाने को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी। कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालदम के कृषि वैज्ञानिक गिरीश चंद्र जोशी ने काश्तकारों को पर्वतीय इलाकों में की जाने वाली परंपरागत खेती में आमूलचूल परिवर्तन कर उपज की पैदावार को बढ़ाने, उपज को विभिन्न रोगों से बचाने और बीज संशोधन की सरल और उपयोगी जानकारी दी। कहा कि पर्वतीय इलाकों में इस समय गेहूं की फसल खेतों में खड़ी है। परंतु यहां पर गेहूं में निराई-गुड़ाई का कार्य नहीं किया जाता है, जिससे खरपतवार फसल को बढ़ने से रोकते हैं। जबकि मैदानी इलाकों में इसकी भी निराई व खरपतवार को समय-समय पर अलग किया जाता है। इसी कारण पैदावार भी अधिक मात्रा में होती है। मानवेंद्र नेगी ने कृषि और उपज से काश्तकारों को लाभ के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। सहायक कृषि अधिकारी रजत कुमार ने कहा कि विभाग चयनित ग्राम व काश्तकारों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत काश्तकारों की रुचि व उत्पादन की बढ़ती क्षमताओं के अनुसार अनुदान या निश्शुल्क बीज, खाद, दवा तथा कृषि उपकरण देता है। इस अवसर पर कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी आनंद गोस्वामी, दलीप सिंह बिष्ट, मोहन सिंह नेगी, भूपाल सिंह बिष्ट, बीना बिष्ट, दमयंती देवी, प्रमिला देवी आदि मौजूद थे।