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नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के रूट पर सन्नाटा पसरा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: इन दिनों नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में सन्नाटा है। यहां के लार्ड कर्जन

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 10:09 PM (IST)
नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के रूट पर सन्नाटा पसरा
नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के रूट पर सन्नाटा पसरा

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: इन दिनों नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में सन्नाटा है। यहां के लार्ड कर्जन, द्रोणागिरी, बागनी, ऋषिकुंड सहित एक दर्जन से अधिक ट्रैकों पर पर्यटकों की आमद बंद हो गई है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देकर पर्यटकों को वहां जाने की अनुमति नहीं दे रहा है।

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हाईकोर्ट ने बुग्यालों में ठहरने पर प्रतिबंध लगा रखा है। कोर्ट के आदेश का पालन करते नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क व केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग, बदरीनाथ वन प्रभाग ने अपने-अपने क्षेत्रों में पड़ने वाले बुग्यालों में पर्यटकों के ठहरने पर पाबंदी लगा दी है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में किसी भी पर्यटक को ट्रै¨कग रूट पर कैं¨पग की अनुमति नहीं मिल रही है। वन विभाग ने वन दारोगा व वन रक्षक स्तर तक यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अगर कैं¨पग हुई तो न्यायालय की अवमानना पर कार्रवाई होगी। ऐसे में प्रसिद्ध लार्ड कर्जन ट्रैक, स्वर्गारोहिणी टद्य्रैक, कुंआरी पास, औली, गोरसों, ताली, फुलारा, तपोवन सहित जिले के ट्रैक वीरान पड़े हैं। जोशीमठ के प्रतिष्ठित मेरीगोल्ड टूर के महाप्रबंधक संजय कुंवर का कहना है कि विदेशी व स्वदेशी दर्जनों बु¨कग हुई है, लेकिन अनुमति न मिलने से टूर ऑपरेटर व पर्यटक असमंजस में है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सिर्फ फूलों की घाटी व हेमकुंड ट्रैक संचालित हो रहा है। क्योंकि फूलों की घाटी में पहले से ही रुकने पर रोक है। ऐसे में घांघरिया में रुककर इन ट्रैकों पर पर्यटकों को ले जा रहे हैं। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ चंद्रशेखर जोशी का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों के पालन में बुग्यालों में कैं¨पग पर रोक लगा दी गई है।

इस पर चल रहा है विचार

जोशीमठ क्षेत्र में दर्जनों टूर ऑपरेटर ट्रै¨कग व्यवसाय से जुड़े हैं, लेकिन बुग्यालों में ठहरने पर रोक लगने के बाद टूर ऑपरेटर जंगलों के आसपास गांवों में डेरा बनाने की रणनीति की जुगत में है। इसके लिए वन विभाग से भी बात की जा रही है। अगर यह रणनीति सफल हुई तो लंबे ट्रैक रूटों के बजाए छोटे ट्रैक रूट विकसित होंगे। ऐसे में जोशीमठ, घाट, देवाल, थराली व दशोली के ट्रै¨कग रूट के आसपास के गांव वाण, मुंदोली, सुतोल, कनोल, घूनी, रामणी, झींझी, पाणा, ईराणी, पगना, तुगासी, करछों समेत अन्य गांवों में स्टे कर एक दिन का ट्रै¨कग रूट विकसित किए जा सकते हैं।

बड़ी टूर कंपनियां जिम्मेदार

जोशीमठ में टूर ऑपरेटर कंपनियों की बैठक में हाईकोर्ट के आदेश का स्वागत करते कहा कि बुग्यालों की दुर्दशा के लिए स्थानीय टूर ऑपरेटर नहीं बल्कि बड़ी बाहरी टूर कंपनियां जिम्मेदार है। जिन्होंने इस बुग्यालों को पिकनिक स्पाट बनाकर पर्यटकों से भारी आíथक उगाही की है। टूर ऑपरेटर एसोसिएशन की बैठक विवेक पंवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सरकार को न्यायालय के फैसले पर अपील करते नियम बनाने चाहिए।


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