बदली परिस्थितियों में बढ़ी इंटरनेट की उपयोगिताएं
डॉ.शिवानंद नौटियाल राजकीय महाविद्यालय कर्णप्रयाग में आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन(आइक्यूएसी) एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ईको-सिस्टम सर्विसेस पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: डॉ.शिवानंद नौटियाल राजकीय महाविद्यालय कर्णप्रयाग में आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन(आइक्यूएसी) एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ईको-सिस्टम सर्विसेस पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत करते महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.जगदीश प्रसाद ने कहा कि बदली परिस्थिति में इंटरनेट का प्रयोग कर देशभर के विषय विशेषज्ञों से छात्र-छात्राओं को उपयोगी जानकारी मिल सकती है।
इस अवसर पर आयोजन सचिव डॉ.इंद्रेश कुमार पांडे ने ईको सिस्टम सर्विसेस के बारे में जानकारी दी, कि आज के परिवेश में परिस्थितिकीय तंत्र का महत्व बढ़ गया है। मुख्य वक्ता जेएनयू दिल्ली के प्रतिकुलपति प्रो.एससी गरकोटी ने कहा कि एस तरह के आयोजन से जहां छात्र-छात्राओं को आधुनिक पद्धति से परिस्थितिकी तंत्र की विस्तार से जानकारी मिल सकती है। वहीं विषय विशेषज्ञों ने असंतुलित हो रहे पर्यावरणीय प्रभावों को समझाया जा सकता है। वेबिनार में देश के आठ राज्यों के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर डॉ.एमएस कंडारी, डॉ.आरसी भट्ट, डॉ.सत्यराज सिंह, नेहा तिवारी, नेत राम आदि ने भी विचार रखे।
कर्णप्रयाग महाविद्यालय में बीए, बीएससी,बीकॉम प्रथम वर्ष के ऑनलाइन प्रवेश प्रारंभ हो गए हैं इसके लिए महाविद्यालय प्रशासन से ऑनलाइन प्रवेश समिति गठित कर आवेदन पत्र व अन्य अभिलेखों की जांच कर अंतिम रूप दिया जा रहा है। विद्यालय प्राचार्य डॉ.जगदीश प्रसाद ने बताया कि ऑनलाइन प्रवेश 14 अगस्त से 26 अगस्त तक रखे गए हैं।