हरेला पर्व से आएगी जीवन में हरियाली
जागरण टीम गढ़वाल शिक्षा खेल और युवा कल्याण मंत्री अरविंद पाडेय ने गुरुवार को तीन जिलों म
जागरण टीम, गढ़वाल: शिक्षा, खेल और युवा कल्याण मंत्री अरविंद पाडेय ने गुरुवार को तीन जिलों में हरेला पर्व के तहत अमरूद, नींबू, नीम, दाल चीनी आदि पौधों का रोपण किया। इस दौरान उन्होंने पर्यावरणविद् पद्मभूषण चंडी प्रसाद भट्ट, राष्ट्रीय वृक्ष मित्र पुरस्कार प्राप्त जगत सिंह चौधरी जंगली से भेंट कर पर्यावरण को संवारने पर चर्चा की। कहा कि हरेला पर्व से जीवन में हरियाली आएगी।
प्रदेश सरकार छह जुलाई से हरेला पर्व मना रही है। इस क्रम में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे सबसे पहले रुद्रप्रयाग पहुंचे। उन्होंने अगस्त्यमुनि में राजकीय इंटर कालेज में वृक्षमित्र राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त जगत सिंह चौधरी जंगली के साथ अमरूद, नींबू और संतरा के पौधों का रोपण किया। उन्होंने जंगली से पौधे उगाने, जंगल बनाने की अद्भुत कला के बारे में चर्चा की। पांडे ने ऊखीमठ के ब्राह्मणखोली में हनुमान मंदिर के निकट खेल मैदान बनाने की घोषणा भी की और इसके लिए युवा कल्याण अधिकारी से इस्टीमेट भेजने को कहा। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमर देई शाह, विधायक भरत सिंह चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, ब्लाक प्रमुख श्वेता, जिलाधिकारी वंदना आदि मौजूद थे।
इसके बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे गोपेश्वर पहुंचे, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार से सम्मानित पद्मभूषण चंडी प्रसाद भट्ट से पर्यावरण को लेकर चर्चा की। उन्होंने गोपेश्वर गांव के पास डोबरा पार्क में खुमानी, अमरूद, दालचीनी, जयकंडी, देवदार आदि प्रजाति के पौधे लगाए। उन्होंने पर्यावरण बचाने में पेड़ों की भूमिका पर भी चर्चा की। भट्ट ने शिक्षा मंत्री को चिपको आंदोलन की स्मारिका भेंट की। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट, कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, थराली विधायक मुन्नी लाल शाह और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद थे।
गुरुवार शाम को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे घनसाली पहुंचे, जहां उन्होंने बहेडा व राइंका घुमेटीधार में नीम का पौधरोपण किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सबको आगे आने की जरूरत है। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक शक्तिलाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, मुख्य शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल, ब्लाक प्रमुख बसुमति घणाता, चंद्र किशोर मैठाणी आदि मौजूद थे। वर्चुअल क्लास न चलने पर नहीं लेंगे फीस
गोपेश्वर: शिक्षा पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था कराई। उन्होंने कहा कि जहां बच्चों के लिए वर्चुअल शिक्षा व्यवस्था नहीं हुई, वहां फीस भी नहीं ली जाएगी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड में सभी विद्यालयों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम ही चलाया जा रहा है।