वन विभाग ने भालू पर नजर रखने को बढ़ाई गश्त, दो रेंजर तैनात
विकासखंड कर्णप्रयाग के कोली गांव में ग्रामीण भालू की दस्तक से दहशत में हैं।
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: विकासखंड कर्णप्रयाग के कोली गांव में ग्रामीण भालू की दस्तक से दहशत में हैं। गांव की सीमा से जंगल जाने वाले रास्ते पर बीते 11 अक्टूबर को भालू ने एक ग्रामीण पर हमला किया था। गुरुवार को केदारनाथ वन प्रभाग के धनपुर रेंज के कोली, चमोला, सुंदरगांव सहित नौटी, नंदासैंण, पुनगांव, बिसोणा गांवों में वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से मुलाकात कर सुरक्षा संबधी जानकारी साझा की। दो रेंजर गांव की सीमा में तैनात किए गए हैं।
धनपुर रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी पंकज ध्यानी ने कोली गांव पहुंचकर भालू के हमले में घायल ग्रामीण उमराव सिंह के स्वजनों से मुलाकात की। उन्होंने ग्रामीणों को रोजमर्रा के कामकाज करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बताया। कहा कि अंधेरे में गांव के जंगल में अकेले कतई न निकले। ठंडे क्षेत्रों में भालू खाने की तलाश में खेतों का रूख करते हैं ऐसे में जरूरी सावधानियां बरती जानी जरूरी है। उपचार के लिए दिए 15 हजार रुपये
भालू के हमले में घायल उमराव सिंह के स्वजनों को उपचार के लिए वन विभाग की ओर से आर्थिक मदद के रूप में प्रथम किस्त के रूप में 15 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की गई। धनपुर रेंज के रेंजर मायाराम निराला, बिजेन्द्र कठैत ने कहा कि ग्रामीणों से मिली सूचना के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि मादा भालू अपने दो बच्चों के साथ क्षेत्र में मौजूद थी। जिस पर लगातार गांव के आसपास सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है और दूरबीन से नजर रखी जा रही है।