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गैरसैंण के अलावा कहीं और राजधानी बनाने की हिम्मत नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि किसी भी राजनैतिक दल में यह हिम्मत नहीं है कि वह गैरसैंण के अलावा कहीं और राजधानी बनाने की बात कह सके।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 09:55 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 09:55 PM (IST)
गैरसैंण के अलावा कहीं और राजधानी बनाने की हिम्मत नहीं

संवाद सूत्र, गैरसैंण: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि किसी भी राजनैतिक दल में यह हिम्मत नहीं है कि वह गैरसैंण के अलावा कहीं और राजधानी बनाने की बात कह सके। कहा कि भराड़ीसैंण क्षेत्र के विकास और विधानसभा निर्माण में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्व. अनुसूया प्रसाद मैखुरी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

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रावत बुधवार को यहां रामलीला मैदान में स्व. मैखुरी की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा भवन के मुख्य द्वार का नाम स्व. मैखुरी के नाम पर रखा जाना चाहिए। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ही गैरसैंण को राजधानी बनाने की नींव रखने का काम किया था। तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने सचिवालय और अन्य भवनों के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत कर दिया था, लेकिन जमीन के अभाव में सचिवालय का निर्माण नहीं किया जा सका। कहा कि भाजपा सरकार चार साल में भी सचिवालय का निर्माण नहीं कर सकी है। उन्होंने विकास में स्व. मैखुरी के योगदान की सराहना की। केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने जनता से आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने का आह्वान किया।

इससे पहले, महिला मंगल दल सलियाना, ग्वाड़, गैड, धारगैड, सुनार्रवाड़, गडोल, सिलंगी, धुनारघाट, गडोली, पटोडी, रीखोली व भंटीधार से पहुंचे सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने पूर्व सीएम हरीश रावत का ढ़ोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष बिरेंद्र सिंह रावत, मुकेश नेगी, हरिकृष्ण भट्ट, लखपत बुटोला, बिरेंद्र मिंगवाल, संदीप पटवाल, कुंवर सिंह, सुरेंद्र सिंह, पुष्कर रावत, मोहन राम, राजेंद्र सगोई सहित कर्णप्रयाग, गौचर से कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

हरीश रावत ने घाट के आंदोलन को दिया समर्थन

कर्णप्रयाग: विकासखंड घाट में सड़क को लेकर चल रहे आंदोलन को पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपना समर्थन दिया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि खुद मुख्यमंत्री रहते हुए इस सड़क के चौड़ीकरण व डामरीकरण की स्वीकृति दी थी लेकिन नई सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दौरान हरीश रावत ने घाट की जनता के इस आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए गैरसैंण में सांकेतिक उपवास रखते हुए ब्लाक अध्यक्षों से स्व. मैखुरी के कार्यो को लेकर स्मृति यात्रा निकालने का कार्यक्रम बनाने की बात कही।

बारिश होने पर त्रिवेंद्र को लगने लगती है ठंड: हरीश

कर्णप्रयाग: प्रदेश भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सचिवालय निर्माण के लिए धन आवंटित किया, लेकिन भाजपा सरकार चार साल बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं कर सकी है। कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गैरसैंण में सत्र संचालन ठीक से चला लें और इसकी रूपरेखा तैयार करें, लेकिन बारिश होने पर तो उन्हें ठंड लगनी शुरू हो जाती है। ऐसे में गैरसैंण विधानसभा सत्र महज दिखावा प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकाल में सर्वाधिक मोटर व शिक्षण संस्थाएं खोली, जिन्हें वर्तमान भाजपा सरकार बंद कर रही है, जो प्रदेश के साथ अन्याय है। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लखपत बुटोला, कांग्रेस प्रदेश सचिव मुकेश नेगी, प्रदेश महामंत्री हरिकृष्ण भट्ट, पूरन सिंह नेगी, पुष्कर सिंह, जिला अध्यक्ष बिरेन्द्र सिंह, राजेंद्र सगोई, देवराज सिंह सहित कांग्रेस, गौचर, कर्णप्रयाग से पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

जनता का उपहास उड़ा रहे पूर्व सीएम

गोपेश्वर: नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग को चौड़ीकरण करवाने की मांग को लेकर घाट विकास खंड मुख्यालय में आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी रहा।

घाट के बैंड तिराहे पर भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलकारियों का कहना है कि जब तक सरकार सड़क चौड़ीकरण की मांग को पूरी नहीं करती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। चार दिन से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज रावत और गुड्डू लाल ने नंदप्रयाग घाट सड़क चौड़ीकरण को लेकर गैरसैंण में पूर्व सीएम हरीश रावत के एक घंटे के उपवास पर एतराज जताया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्थानीय जनता का उपहास कर रहे हैं। कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जनपद भ्रमण पर होने के दौरान भी आंदोलनकारियोंकी सुध लेने नहीं पहुंचे। भूख हड़ताल में बैठने वालों में मनोज कठैत, यशपाल नेगी, गुड्डू लाल, मनोज रावत शामिल हैं। समर्थन में व्यापार संघ अध्यक्ष चरण सिंह, सुरेंद्र बिष्ट, आलम राम, मथुरा प्रसाद त्रिपाठी धरने पर बैठे रहे।


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