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पेश की एकता व भाईचारे की मिसाल, गुरुद्वारे में पढ़ी गई नमाज

चमोली जिले के जोशीमठ में एकता और भाईचारे की मिसाल देखने को मिली। ईद-उल-अजहा पर्व गुरुद्वारे में नमाज पढ़ी गई।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 02 Sep 2017 11:19 AM (IST)Updated: Sat, 02 Sep 2017 08:43 PM (IST)
पेश की एकता व भाईचारे की मिसाल, गुरुद्वारे में पढ़ी गई नमाज
पेश की एकता व भाईचारे की मिसाल, गुरुद्वारे में पढ़ी गई नमाज

चमोली, [जेएनएन]: यही है हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब, जिसकी बानगी ईद-उल-अजहा के मौके पर चमोली जिले के सीमांत जोशीमठ नगर में देखने को मिली। शनिवार को जोशीमठ के गांधी मैदान में ईद की नमाज अदा होनी थी। लेकिन, लगातार हो रही बारिश से मैदान पानी से लबालब भरा हुआ था। ऐसे में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने गुरुद्वारे के अंदर मुस्लिम समुदाय के लोगों से नमाज अदा करवाई। वर्ष 2012 में भी बारिश के दौरान इसी गुरुद्वारे में ईद की नमाज अदा हुई थी और यहां से पूरे देश में भाईचारे का संदेश गया था।

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उत्तराखंड के चमोली जिले में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है। बीते दो दिनों से तो बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। ऐसे में जगह-जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है। जोशीमठ का गांधी मैदान भी जलभराव के चलते तरणताल बना हुआ है। सीमांत क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग जोशीमठ के इसी मैदान पर प्रत्येक ईद की नमाज अदा करते हैं। शनिवार को भी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के लिए मुस्लिम समुदाय के सौ से अधिक लोग गांधी मैदान में पहुंचे, लेकिन मैदान पूरी तरह पानी से लबालब था। 

इसी दौरान गांधी मैदान के ही पास स्थित गुरुद्वारे से गुरुद्वारा प्रबंधक बूटा ङ्क्षसह ने जब यह स्थिति देखी तो उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को गुरुद्वारे के सभाकक्ष में नमाज अदा करने की सलाह दी। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुरुद्वारे के सभाकक्ष में ईद-उल-अजहा क नमाज अदा की। नमाज इमाम कारी मोहम्मद मोहसीन ने अदा करवाई गई। इस दौरान सिख और ङ्क्षहदू भाइयों ने भी गुरुद्वारा सभाकक्ष पहुंचकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद की खुशियां बांटीं। सभी एक-दूसरे के गले मिले और मिठाई व सिवाइयां खिलाकर मुंह मीठा किया।

इस दौरान अपनी तकरीर में इमाम कारी मोहम्मद मोहसीन ने कहा कि जब भी मुस्लिम समुदाय के सामने दिक्कतें आती हैं तो हिंदू व सिख भाई हर वक्त उनके सहयोग के लिए तत्पर रहते हैं। मुस्लिम भी अपना फर्ज निभाने से कभी पीछे नहीं रहते। कहा कि इस सीमांत क्षेत्र में लोग, चाहे वे किसी भी समुदाय के हों, प्रेम, सद्भाव एवं शांति के सिवा और कुछ नहीं जानते। यहां के लोग देश-दुनिया को हमेशा मानवता का संदेश देते रहे हैं।

मुस्लिम कमेटी के अध्यक्ष मोहसीन मोहम्मद अली ने कहा कि यहां ङ्क्षहदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी समान भाव से रहते हैं और पर्व-त्योहारों पर सद्भावना की मिसाल पेश करते हैं। गुरुद्वारा जोशीमठ के प्रबंधक सरदार बूटा ङ्क्षसह ने कहा कि गुरु को प्राप्त करने का तरीका भले ही सबका अलग-अलग है, मगर गुरु तो सबका एक ही है। सभी लोगों का खून एक है और गुरु ने ही सभी को जीवन दिया है। जोशीमठ के उपजिलाधिकारी योगेंद्र ङ्क्षसह भी एकता एवं अखंडता की इस मिसाल से अभिभूत नजर आए। उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे देश में भाईचारा बना रहे तो शांति का संदेश पूरी दुनिया तक फैलेगा।

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