डेंगू जांच को जिला चिकित्सालय में नहीं किट
संवाद सहयोगी गोपेश्वर जिला चिकित्सालय में दो सप्ताह से डेंगू के प्रारंभिक रेपिड डाइग्नोस्टिक
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिला चिकित्सालय में दो सप्ताह से डेंगू के प्रारंभिक रेपिड डाइग्नोस्टिक कार्ड टेस्ट के लिए किट मौजूद नहीं है। ऐसे में डेंगू की प्रारंभिक जांच भी नहीं हो पा रही है। इससे मरीज परेशान हैं। सरकार व स्वास्थ्य विभाग के प्रति भी मरीजों में रोष है।
चमोली जिले में मैदानी क्षेत्रों से पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों की आवाजाही बनी रहती है। दो महीनों में डेंगू की पुष्टि तीन लोगों में हुई है। जबकि 15 से अधिक लोगों का कार्ड टेस्ट पॉॅजिटिव आया है। जिला चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सालयों में डेंगू के लिए वार्ड व बेड आरक्षित हैं। परंतु यह आश्चर्यजनक सत्य है कि दो सप्ताह से जिला चिकित्सालय में डेंगू के प्रारंभिक रेपिड डाइग्नोस्टिक कार्ड टेस्ट के लिए किट ही मौजूद नहीं है। ऐसे में डेंगू की प्रारंभिक जांच भी नहीं हो पा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनूप कुमार डिमरी का कहना है कि चमोली जिले में डेंगू का प्रकोप नहीं है। बल्कि मैदानी क्षेत्रों से आने वाले तीन लोगों पर यहां डेंगू की पुष्टि हुई है। एलाइजा टेस्ट की सुविधा श्रीनगर व पौड़ी में है। कार्ड टेस्ट डेंगू की पुष्टि के लिए विश्वसनीय नहीं होता है। इसके पॉजिटव आने से लोगों में दहशत होती है। किट को खरीदने का आर्डर दिया गया है।