हेलंग मारवाड़ी बाईपास का निर्माण कार्य शुरू, जोशीमठ बचाओ समिति ने निर्माण में विस्फोट के प्रयोग पर जताया एतराज
गोपेश्वर बहुप्रतिक्षित हेलंग मारवाड़ी बाईपास के निर्माण कार्यो में विस्फोटो के प्रयोग का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने निर्माण में विस्फोट के प्रयोग पर एतराज जताया है जबकि सीमा सड़क संगठन ने विस्फोटों के प्रयोग से इंकार किया।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: बहुप्रतिक्षित हेलंग मारवाड़ी बाईपास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। निर्माण कार्यो में विस्फोटो के प्रयोग का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने निर्माण में विस्फोट के प्रयोग पर एतराज जताया है जबकि सीमा सड़क संगठन ने विस्फोटों के प्रयोग से इंकार करते हुए कहा कि वे अफवाह फैलाने पर पुलिस में रिपोर्ट कर चुके हैं।
पांच जनवरी को बंद हो गया था निर्माण कार्य
बदरीनाथ हाइवे पर जोशीमठ विकाखंड में हेलंग मारवाड़ी बाईपास का विवादों से पुराना नाता रहा है। वर्ष 1980 के दशक में विष्णुप्रयाग जल विद्युत परियोजना के निर्माण के दौरान मशीनों को ले जाने के लिए स्वीकृत हुई इस सड़क का तब भी विरोध हुआ था। विवाद कोर्ट में चले जाने के बाद इसका आधा अधूरा निर्माण रुक गया था। हालांकि तब इस सड़क की हिल कटिंग का कार्य पूरा हो चुका था। सवा छह किमी लंबे इस बाइपास का निर्माण वर्ष 2022 में सेना की जरुरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया। यह आल वेदर परियोजना के तहत ही निर्माणाधीन था लेकिन जनवरी में जोशीमठ में हुए भूधंवास के दौरान इस सड़क के निर्माण को भी जिम्मेदार बताते हुए स्थानीय लोगों ने जन आंदोलन किया तो प्रशासन ने आपदा एक्ट में पांच जनवरी को इस बाईपास का निर्माण बंद कर दिया। पांच माह बाद सरकार ने निर्माण कार्यो को फिर से हरी झंडी दी तो बीआरओ ने निर्माण फिर से शुरू कर दिया।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक ने जोशीमठ की जड़ में विस्फोट होने का किया दावा
बाईपास निर्माण को लेकर सीमा सड़क संगठन के अधीन कार्य कर रही केसीसी बिल्डकोन कंपनी ने दो मशीनें व 40 से अधिक मजदूरों को कार्य पर लगाया गया है। बीते दिन इंटरनेट मीडिया पर एक विस्फोट से हो रहे निर्माण का वीडियो वायरल हो रहा है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का दावा है कि यह वीडियो हेलंग मारवाड़ी बाईपास के निर्माण का है तथा बीआरओ अवैध रूप से विस्फोट कर जोशीमठ की नीव हिला रही है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने अपने फेसबुक के माध्यम से जोशीमठ की जड़ में विस्फोट शुरू होने का दावा किया गया है।
हेलंग बाईपस का नहीं है वीडियो: बीआरओ
बीआरओ ने कहा कि हेलंग मारवाड़ी बाईपास के निर्माण में विस्फोट का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है, जो वीडियो प्रसारित हुआ है इसका हेलंग बाईपास निर्माण से कोई लेना देना नहीं है तथा खुद बीआरओ पुलिस से वीडियो को लेकर तहरीर दे चुकी है। जिला प्रशासन से भी स्थिति साफ कर चुकी है। उन्होंने कहा कि निर्माण में 40 मजदूर व दो मशीने कार्य पर लगी हैं जो पुराना मलबा हटा रही है। साथ ही यहां पर दीवारों का काम चल रहा है।
बाईपास का निर्माण अब होगा 2025 तक पूरा
हेलंग मारवाड़ी बाईपास के निर्माण को वर्ष 2024 में पूरा होना था लेकिन पांच महीनों से कार्य बंद होने के चलते अब इस प्रोजेक्ट में एक साल की देरी होगी। बाईपास निर्माण के लिए 185 करोड़ की धनराशि स्वीकृत है। अगर यह बाईपास सुचारू हुआ तो बदरीनाथ की दूरी तो कम होगी ही साथ ही नगर में लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी तथा समय की बचत भी होगी। पांच माह तक इस बाइपास का निर्माण कार्य बंद होने से बीआरओ को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा है। सरकार ने आईआईटी रुड़की सहित अन्य भूगर्भीय वैज्ञानिकों की तकनीकी रिपोर्ट आने के बाद इस मोटर मार्ग के निर्माण को हरी झंडी दी है।