फसल बीमा से किसानों को नुकसान से बचाएं
संवाद सहयोगी गोपेश्वर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने पुनर्गठित मौसम आधारित रबी फस
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर:
मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे ने पुनर्गठित मौसम आधारित रबी फसल बीमा योजना के अंतर्गत जिले के सभी किसानों की रबी फसलों का बीमा कराने के आदेश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए।
योजना से स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ने की बात कही। जिले में रबी फसलों के अलावा फल उत्पादन वालें क्षेत्रों में सघन अभियान चलाकर 31 दिसंबर तक शत प्रतिशत किसानों की फसलों को बीमा से आच्छादित करने की बात कही।
मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह ने बताया कि कम या अधिक वर्षा, ओलावृष्टि, तापमान में परिवर्तन के कारण फसलों तथा फलों को नुकसान की भरपाई के लिए पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत किसानों का बीमा किया जाना है। बताया कि जिले में सेब, आडू, माल्टा, संतरा, मौसम, आम, लीची, मटर की फसलों का बीमा करने के लिए संसूचित किया गया है। बीमा कराने के संबध में जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे समस्त कृषक जिनके द्वारा संसूचित क्षेत्र में संसूचित फसलें उगाई जा रही है तथा उनकी वित्तीय संस्थानों से 31 दिसंबर तक ऋण की सीमा स्वीकृत की गई है एवं ऋण लिया गया है, उनका अनिवार्य रूप से बीमा किया जाना है। जिन किसानों ने ऋण नहीं लिया है वह किसी भी बैंक, कामन सर्विस सेंटर, क्राप इंश्योरेंस एप, फसल बीमा पोर्टल या एआईसी के प्रतिनिधि से आवश्यक दस्तावेज व प्रीमियम राशि देकर संसूचित फसलों का बीमा करवा सकते है। उन्होंने बताया कि पिछली बार 345 किसानों को फसल बीमा से लाभान्वित किया गया था। इन किसानों द्वारा 27.87 लाख का कृषक देय प्रीमियम जमा किया गया, जिसके सापेक्ष इन किसानों को एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कम्पनी द्वारा 1.43 करोड़ रुपये के क्षतिपूर्ति दावों का भुगतान किया गया।