गांव के वोटरों ने किया सबसे अधिक मतदान
जागरण संवाददाता बागेश्वर लोकसभा चुनाव के मतदान में शहर से अधिक गांवों के मतदाता जागरूक र
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: लोकसभा चुनाव के मतदान में शहर से अधिक गांवों के मतदाता जागरूक रहे। कई ग्रामीण बूथों पर मत प्रतिशत अधिक रहा। जबकि कम मतदान वाले बूथ भी ग्रामीण क्षेत्रों में ही है। मतदान में शहर के बजाए गांव के लोगों की भागीदारी बेहतर रही।
भारत को गांवों को देश कहा जाता है। हालांकि पलायन के बाद गांव खाली हो रहे हैं, इतर लोकसभा चुनाव में गांवों में बने बूथों पर सबसे अधिक मतदान रहा है। बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवलधार बूथ में जिले का सबसे अधिक मतदान हुआ। यहां 80.54 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बूथ पर 447 मतदाता थे। जिनमें 246 पुरुष और 201 महिलाएं थीं। इनमें से 360 ने मतदान किया। जबकि कपकोट विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय तुपेड़ मतदान केंद्र में मतदान प्रतिशत 71.92 रहा। यह बूथ दूसरे स्थान पर रहा। यहां 203 मतदाता थे। जिसमें 146 ने मतदान किया।
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सबसे कम मतदान वाले बूथ
कपकोट विधानसभा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय डोला में जिले का सबसे कम मतदान हुआ। यहां 177 मतदाता थे। जिसमें 84 पुरुष और 93 महिला मतदाता हैं। इस बूथ पर सिर्फ 28 मत पड़े। 15.82 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि बागेश्वर विस क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मजबे में 41.94 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां 341 मतदाता थे।
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सबसे अधिक मतदाता
बागेश्वर विधानसभा में सबसे अधिक मतदाता विवेकानंद विद्या मंदिर मंडलसेरा बूथ पर थे। 1194 मतदाताओं वाले इस बूथ पर 618 लोगों ने मतदान किया। कपकोट विधानसभा क्षेत्र के राइंका सूपी बूथ पर 1098 मतदाता थे। 592 ने मत का प्रयोग किया।
---------- सबसे कम मतदाता
कपकोट विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय नानी-पन्याली बूथ पर 107 मतदाता थे और 68 ने मत डाला। बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय लोहागढ़ी में 232 में 146 ने मतदान का प्रयोग किया।