बागेश्वर में सब्जी और दूध की आपूíत पर लगा ब्रेक
बागेश्वर जिले में बारिश थम गई लेकिन दिक्कतें जारी हैं। हल्द्वानी से मालवाहकों की आवाजाही गुरुवार को भी ठप रही। जिस कारण दूध सब्जी समेत जरूरी सामान नहीं पहुंच सका।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बारिश थम गई लेकिन दिक्कतें जारी हैं। हल्द्वानी से मालवाहकों की आवाजाही गुरुवार को भी ठप रही। जिस कारण दूध, सब्जी समेत जरूरी सामान नहीं पहुंच सका। छोटे बच्चों को दूध नहीं मिलने से लोगों को गांवों का रुख करना पड़ रहा है। जिस कारण सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। लगभग एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हो गए हैं। 17 से 20 अक्टूबर तक पहाड़ का मौसम खराब रहा। इस बार अक्टूबर माह में 40 वर्ष पुराना बारिश का रिकार्ड टूटा। हल्द्वानी मंडी से अभी तक माल वाहक नहीं आ रहे हैं। जिससे जिले में दूध, सब्जी और अन्य जरूरी सामान की कमी हो गई है। दूध नहीं मिलने से छोटे बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। अभिभावक नजदीकी गांवों का रुख कर रहे हैं। बामुश्किल 50 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से दूध मिल रहा है। लेकिन गांवों से मिलने वाले दूध से मांग पूरी नहीं हो पा रही है। जिले में आंचल दूध की खपत लगभग 15 हजार लीटर है। इसके अलावा अन्य संस्थाओं का दूध, घी, दही, मट्ठा आदि लगभग 20 हजार लीटर प्रतिदिन बिकता है। पिछले तीन दिनों से दूध की आपूíत पूरी तरह ठप है। स्थानीय विक्रेता भगवत सिंह टंगड़िया ने कहा कि वह प्रतिदिन पांच सौ लीटर दूध बेचते हैं। सप्लाई बंद होने से उन्हें भी नुकसान हो रहा है। सब्जी के थोक विक्रेता बबलू जोशी ने कहा कि बाहर से सब्जियां नहीं आने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन सब्जियां नहीं हैं। लोकल स्तर से सब्जियां खरीद रहे हैं। टमाटर 80, आलू 30, प्याज 60 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। इसके अलावा सेव 160, संतरा 100 रुपये प्रतिकिलो और केला 60 रुपये दर्जन पहुंच गया है।