..तो महतगांव का भूगोल ही बदल देंगी सड़कें
जागरण संवाददाता बागेश्वर सरकारी धन का कितना दुरुपयोग हो रहा है इसकी बानगी करुली क्षे˜
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : सरकारी धन का कितना दुरुपयोग हो रहा है इसकी बानगी करुली क्षेत्र में स्वीकृत तीन सड़कों से लगाया जा सकता है। करीब 180 परिवारों के लिए यहां तीन-तीन सड़कें स्वीकृत हैं। जिससे गांव का भूगोल ही बदल जाएगा। लोगों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है, लेकिन किसी भी सरकारी अफसर के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना वन पंचायत की अनुमति के करीब 140 हरे पेड़ों पर आरियां चलने वाली हैं और लोनिवि ने जेसीबी मशीन भी पहुंचा दी है और चुपके से पांच किमी सड़क कटने भी लगी है। गांव वालों की भूमि का मुआवजा और अन्य नुकसान का अभी तक आंकलन भी नहीं हो सका है। महतगांव को सड़क बनने से सबसे अधिक खतरा पैदा हो गया है। गांव के ऊपर नीचे और बीच से सड़कें बनने से भूस्खलन का भय बना हुआ है। अलबत्ता विकास के नाम पर विनाश की पटकथा लिखने की तैयारी से अब ग्रामीण भी बौखला गए हैं।
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चार परिवार को एक सड़क
ग्रामीण दयाल चंद्र और मोहन चंद्र ने बताया कि महतगांव के सात परिवारों को सबसे अधिक खतरा पैदा हो गया है। एक सड़क जो वर्तमान में काटी जा रही है वह सिर्फ चार परिवारों के लिए बन रही है। जबकि दो स्वीकृत अन्य सड़कों से सिर्फ 180 परिवारों को लाभ मिलेगा। इन सड़कों से महतगांव को सबसे अधिक खतरा हो गया है और सड़क कटने से भूस्खलन का भय बना हुआ है।
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मुआवजा कब मिलेगा
नवीन चंद्र पुत्र देवीदत्त की पांच नाली भूमि, मकान और दुकान, त्रिलोक सिंह पुत्र नंदाबल्लभ, हरीश चंद्र पुत्र नंदाबल्लभ, गिरीश चंद्र पुत्र प्रेम बल्लभ आदि की भूमि कट रही है जबकि अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। इसके अलावा पानी के स्त्रोत, स्कूल जाने का रास्ता आदि भी खतरे में आ गया है।
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2015 से लगातार सड़क का विरोध किया जा रहा है। 20 हेक्टेयर भूमि में वन पंचायत है और उसकी अभी तक विभाग ने एनओसी भी नहीं ली है। हरे पेड़ काटने के लिए विभाग ने सर्वे कर ली है। एक गांव के लिए तीन-तीन सड़क बनाने का औचित्य नहीं है।
-कुंदन सिंह, सरपंच, वन पंचायत
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वर्तमान में सिर्फ एक सड़क के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। 22 जून को करुली बैंड से गांजली तक पांच किमी सड़क को टेंडर निकाला गया है। गत मंगलवार से निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
-संजय पांडे, ईई, लोनिवि, कपकोट