पहले ही लिखी जा चुकी थी राजनीतिक ड्रामे की स्क्रिप्ट
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संवाद सूत्र, गरुड़: भले ही गरुड़ ब्लॉक में भाजपा समर्थित प्रमुख का निíवरोध चुना जाना तय है। लेकिन इस राजनीति ड्रामे की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी। आज कांग्रेस ने भाजपा को वॉकओवर देकर उसको पूरा करने की औपचारिकता मात्र की, अगर इस राजनीतिक ड्रामे की हकीकत जाननी है तो आपको पांच साल पहले मुड़कर देखना होगा। जब 2014 में पंचायत चुनाव हुए थे। तब कांग्रेस समर्थित भरत फस्र्वाण प्रमुख पद के दावेदार थे। तब यहां भाजपा को कोई भी प्रमुख पद के लिए उम्मीदवार नही मिला था। यह स्थिति तब थी जब बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के चंदन राम दास विधायक थे। यह क्षेत्र उन्ही की विधानसभा का हिस्सा था। भरत फस्र्वाण निर्विरोध प्रमुख बनने में कामयाब हुए थे। इस बार भी यही कुछ हुआ। यहां ब्लाक प्रमुख की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित थी। पूर्व विधायक व कांग्रेसी दिग्गज ललित फस्र्वाण के घर से दो लोग क्षेत्र पंचायत सदस्य बनने में कामयाब हुए। क्षेत्र पंचायत सीट भकुनखोला से उनके छोटे भाई संजय फस्र्वाण की पत्नी नीमा फस्र्वाण चुनाव जीती। वहीं भगरतोला क्षेत्र पंचायत सीट से उनके चचेरे भाई बबलू फस्र्वाण की पत्नी सोनिया चुनाव जीती, लेकिन दोनों में से एक ने भी प्रमुख पद पर दावेदारी नहीं की। जो खुद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए चौंकाने वाली बात थी। 40 क्षेत्र पंचायत सीटों वाले ब्लाक में आखिर इतने बड़े दलों को एक भी विजयी प्रत्याशी ना मिलना लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रहा।
सूत्रों की माने तो दोनों यह पहले ही तय हो चुका था। पिछले बार भाजपा ने कांग्रेस को वॉकओवर दिया तो इस बार कांग्रेस ने भाजपा को वॉकओवर देकर अपना वादा पूरा किया। माना जा रहा है कि गरुड़ को जल्द नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा सरकार कर सकती है। ऐसे में हालात में भाजपा फिर कांग्रेस को वॉकओवर दे सकती है।