पिगलों में आंधी तूफान से मकान की छत उड़ी
बागेश्वर जिले में आंधी तूफान के साथ बारिश हुई। पिगलो में एक मकान की छत उड़ गई है। मलबे में घरेलू सामान दब गया है। वहीं जिले के अन्य हिस्सों में अंधड़ के कारण कई पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गए हैं। बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में आंधी तूफान के साथ बारिश हुई। पिगलो में एक मकान की छत उड़ गई है। मलबे में घरेलू सामान दब गया है। वहीं, जिले के अन्य हिस्सों में अंधड़ के कारण कई पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गए हैं। बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
जिले में सोमवार की रात को तेज आंधी चली। जिससे लगभग पांच घंटे बिजली गुल रही। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की आपूर्ति चरमरा गई है। बिजली गिरने के कारण मकान भी हिल गए। जिससे लोग कुछ समय के लिए भयभीत हो गए। मंगलवार की सुबह हल्के बादलों के संग धूप खिली। दोपहर बाद फिर आंधी के साथ बारिश हुई। जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। वहीं, शहर और कस्बाइ क्षेत्रों में समय से पहले सन्नाटा पसर गया। छत गिरने से घरेलू सामान दबा
गरुड़ : कत्यूर घाटी में आए दिन दोपहर बाद मौसम रंग बदल रहा है। दोपहर बाद बादलों की गर्जना के बीच खंडवृष्टि हो रही है। सोमवार की देर शाम कत्यूर घाटी में बारिश के साथ भयंकर आंधी तूफान आ गया। आंधी तूफान से पिगलों निवासी रमेश राम के मकान की टिन की छत उड़ गई। जिससे उसका घरेलू सामान, खाद्य सामग्री बारिश से भीग गई और मलबे में दब गई। ग्रामीणों ने प्रभावित को मुआवजा देने की मांग की है। इसके अलावा गरुड़ बाजार समेत ग्रामीण क्षेत्रों की बाजारों में भी कई दुकानों की झाप उखड़ गए। कई गांवों में पेड़ों की टहनियां टूट गईं। लोग डर से घरों में दुबक गए। कार्यालयों पर खतरा
कठायतबाड़ा क्षेत्र में बिजली के तार पेड़ों की टहनी पर झूल रहे हैं। जिससे खतरा बना हुआ है। टहनी गिरने से आसपास की दुकानों, कार्यालयों, खड़े वाहनों को नुकसान हो सकता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि आजीविका कार्यालय और लोनिवि स्टोर रूम को सबसे अधिक खतरा बना हुआ है।