सरयू नदी में डूबने वाले बुजुर्ग थे पूर्व फौजी
समणमंदिर के समीप सरयू नदी में कूद कर जान देने वाले बुजुर्ग की शिनाख्त हो गई है।
सरयू नदी में डूबने वाले बुजुर्ग थे पूर्व फौजी
जागरण संवाददाता बागेश्वर : समण मंदिर के समीप सरयू नदी में कूदकर जान देने वाले बुजुर्ग की शिनाख्त हो गई है। वह पूर्व फौजी थे और उनकी उम्र 96 वर्ष थी। उन्होंने स्वजनों को कई बार बताया था कि जब मरने की इच्छा होगी, वह सरयू नदी में कूद जाएंगे। बीते दिवस उन्होंने ऐसा कर भी दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कर उसे स्वजनों को सौंप दिया है।
खुनौली गांव निवासी मुरलीधर कांडपाल पुत्र त्रिलोकमणि कांडपाल भारतीय सेना से सेवानिवृत्त थे। उन्होंने सेवानिवृत्त होने के बाद डीएससी में दूसरी बार सेवाएं दी थीं। उन्हें दो पेंशन भी मिलती थीं। घर में उनकी किसी भी प्रकार की कमी नहीं थी। 96 वर्ष की उम्र में भी वह घूम-फिर सकते थे। 1972 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनके पुत्र गणेश कांडपाल, पूरन कांडपाल, ख्याली दत्त कांडपाल और मनोज कांडपाल ने बताया कि वह पूरी तरह स्वस्थ थे। अधिकतर समय पूजा-पाठ में व्यतीत करते थे। वह बीते दिवस गागरीगोल रिश्तेदारी में गए थे। वह कहते थे कि मेरा मरने का मन होगा तो सरयू में कूद जाऊंगा। उन्होंने ऐसा ही किया और उनकी मृत्यु हो गई है। कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने बताया कि बुजुर्ग के पुत्रों की शिनाख्त के बाद शव का पोस्टमार्टम कर उसे स्वजनों को सौंप दिया गया है। इंटरनेट मीडिया से उनकी शिनाख्त हुई है। इधर, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्वत ने कहा कि बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा है। जल पुलिस को अलर्ट किया जा रहा है। जिसके कारण बुजुर्ग बिलौनासेरा के सुनसान क्षेत्र तक चले गए। उन्होंने नदी में छलांग लगा दी और उन्हें बचाने की भी कोशिश की गई।