नगर में आवारा कुत्तों का आतंक
जागरण संवाददाता बागेश्वर शहर में आवारा कुत्तों की आमद बढ़ने से लोग दहशत में आ गए हैं
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: शहर में आवारा कुत्तों की आमद बढ़ने से लोग दहशत में आ गए हैं। राहगीर परेशान हैं और वे कई लोगों को काट भी चुके हैं। अस्पताल में रैबीज के टीके लगाने चोटिल पहुंच रहे हैं।
गली से लेकर मुख्य सड़कों तक इनका राज है। रात में सुनसान गलियों में बदमाशों से भी ज्यादा खौफ इन कुत्तों का है। आप रात के समय बाइक से जा रहे हैं तो ये खूंखार काफी दूर तक आपका पीछा करते हैं। नगर पालिका के पास कोई ठोस कार्ययोजना भी नहीं है और पशु प्रेमी संगठनों की आपत्ति का बहाना भी है। एक अनुमान पूरे शहर में दर्जनों आवारा कुत्ते हैं, साथ ही कई दर्जन से ज्यादा कुत्ते लोगों ने घरों में पाल रखे हैं।
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लोगों में दहशत
द्यांगण गांव निवासी पूरन कठायत ने कहा कि उन्हें सुबह कुत्ते ने काट दिया और वह उछल कर उनके पेट पर दांत चुभा गया और वे वहां तड़पते रहे। अस्पताल जाकर उन्होंने रेबीज का इंजेक्शन लगाया है। इसके अलावा कई ग्रामीणों को अभी तक आवारा कुत्तों ने काट दिया है। जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है।
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इन क्षेत्रों में है आतंक
तहसील रोड, पिडारी रोड, कठायतबाड़ा, चौरासी, बस स्टेशन, नुमाइशखेत, कांडा रोड, चौक बाजार आदि स्थानों पर आवारा कुत्ते लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं।
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शहर में आवारा कुत्तों के आतंक की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। आवारा कुत्तों को पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत बिना चोट पहुंचाए पकड़ने का प्रावधान है। उसी के मुताबिक कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी कराई जाएगी। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा। घर में कुत्ता पालने वालों को लाइसेंस बनाने को कहा गया है करीब दो दर्जन लोगों ने लाइसेंस भी बनाए हैं।
-राजदेव जायसी, ईओ, बागेश्वर।