एसटीएससी हब योजना से आएगी खुशहाली
जागरण संवाददाता, बागेश्वर:केंद्र सरकार की एसटीएससी हब योजना से शिल्पियों के घरों में खुश
जागरण संवाददाता, बागेश्वर:केंद्र सरकार की एसटीएससी हब योजना से शिल्पियों के घरों में खुशहाली आएगी। जिला उद्योग विभाग इस योजना को धरातल पर उतारने जा रहा है। शिल्पियों को नए डिजायन का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें टूल किट भी प्रदान किए जाएंगे। योजना से जहां शिल्पियों के घर खुशहाली आएगी, वहीं खरेही क्षेत्र का पारंपरिक तांबा कारोबार को भी रफ्तार मिलेगी। तांबे से बने आकर्षक घड़े, तालियां, पराद और अन्य शोपीस सामान को विपणन की सुविधा भी मिल सकेगी।
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय की एससीएसटी हब योजना के तहत केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों के लिए एमएसएमई के 20 फीसदी उत्पादों की खरीद करना बाध्यकारी किया गया है। इसमें चार फीसदी खरीद अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति उद्यमियों से करना आवश्यक है। केंद्र सरकार हर साल पांच लाख करोड़ रुपये की खरीद करती है। इसमें एक लाख करोड़ एमएसएमई सेक्टर के लिए आरक्षित है। इसमें 20 हजार करोड़ एससी-एसटी उद्यमियों के लिए रिजर्व है।
------
पहले चरण में जागरूकता कैंप
योजना के पहले चरण में जिला उद्योग विभाग जागरूकता शिविर लगा रहा है। जिसमें ताम्र शिल्प, दन कालीन बनाने वालों को अपग्रेड किया जाएगा। कलस्टर के माध्यम से स्वरोजगार पैदा कराने का लक्ष्य है। दूसरे चरण में योजना से बैंक ऋण, सब्सिडी आदि पर काम होगा।
वर्जन::::
मोटीवेशनल कैंप आयोजित किए जा रहे हैं। शिल्पियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह योजना महत्वाकांक्षी है।
-बीसी पाठक, महाप्रबंधक उद्योग।