बहनों ने की भाईयों के दीर्घायु की कामना
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक भैया दूज शुक्रवार को धूमधाम से मनाया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक भैया दूज शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह से घरों और मंदिरों में विधि-विधान के साथ पूजा पाठ की गई। घर-घर में तरह-तरह के लजीज पकवान बनाए गए। उसके बाद बहनों ने भाई को पिठाई-अक्षत लगाकर दीर्घायु की कामना की। भैया दूज में सुबह से मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए भीड़ लगी रही। इस दौरान अपने भाइयों से दूर रही बहनों ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर उनको दुख, दर्द से दूर रहने की प्रार्थना की। ज्योतिषों के अनुसार भैया दूज के दिन बहन के घर भोजन करना शुभ माना जाता है। वहीं, कई भाइयों ने विवाहित बहनों के घर पहुंचकर इस त्योहार को मनाया। पहाड़ में भैया दूज पर मंदिरों में च्यूड़े चढ़ाने का रिवाज है। उसके बाद बहनें भाई के सिर पर भी च्यूड़े रखकर लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके लिए महिलाएं त्योहार से कुछ दिन पहले से ही परंपरागत तरीके से च्यूड़े ओखल में तैयार करती हैं। --------- काíतक की द्वितीया भाई दूज का त्योहार काíतक मास की द्वितीया को मनाया जाता है। भैया दूज को भ्रातृ द्वितीया भी कहते हैं। यदि इस दिन बहनें भाइयों को चावल खिलाएं तो इससे भाई की उम्र बढ़ती है। इस दिन बहन के घर भोजन करने का विशेष महत्व है।