लचर संचार और हरे पेड़ कटने से उबले कर्मी के ग्रामीण
जास बागेश्वर लचर संचार व्यवस्था और हरे पेड़ों पर आरियां चलने से कर्मी गांव के लोगों मे
जास, बागेश्वर: लचर संचार व्यवस्था और हरे पेड़ों पर आरियां चलने से कर्मी गांव के लोगों में उबाल है। सोमवार को ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और 15 दिन के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर 12 मार्च से आमरण अनशन का एलान किया।
कपकोट तहसील के कर्मी गांव के ग्रामीण बड़े संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर, प्रदर्शन किया। कहा कि कर्मी में संचार व्यवस्था पटरी पर नहीं है। इंटरनेट की सुविधा नहीं है जिसके चलते लोगों लिए करीब 34 किमी दूर कपकोट और जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है। गांव में पोस्ट आफिस, बैंक समेत अन्य सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन की मिली भगत पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरे पेड़ों पर आरियां चल रही हैं। सैकड़ों पेड़ तस्करों ने काट दिए हैं। विभाग को सूचना भी दी गई है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी है। ग्राम सभा कर्मी में प्रशासन ने 22 जुलाई 2018 को सरपंच का चुनाव किया। परंतु अभी तक कार्यभार नहीं दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि 15 दिन के भीतर उनकी तीन सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो वे 12 मार्च से पंचायत घर कर्मी में आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस मौके पर चंद्रा कम्र्याल, निर्मला देवी, पुष्पा देवी, नंदा देवी, पुष्कर ¨सह, दीवान ¨सह, जगत ¨सह, माधो ¨सह आदि मौजूद थे।