बागेश्वर में सड़क के मलबा से सरनी गांव को खतरा
बागेश्वर के खर्किया से खाती तक निर्माणाधीन सड़क से सरनी तोक गांव के कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : खर्किया से खाती तक निर्माणाधीन सड़क से सरनी तोक गांव के कई मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। लोक निर्माण विभाग की इस लापरवाही के कारण जूनियर हाईस्कूल भी खतरे की जद में आ गया है। स्थानीय लोगों ने मलबा और पत्थर के लिए डपिग जोन बनाने की मांग की है। ऐसा नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
खर्किया से खाती तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क काटी जा रही है। इसका मलबा और पत्थर नीचे की तरफ फेंके जा रहे हैं। डंपिग जोन नहीं होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों ने कहा कि तीन किमी सड़क कट गई है, लेकिन अभी तक ठेकेदार के पास डंपिग जोन नहीं है। मलबा और पत्थर नीचे की तरफ फेंके जा रहे हैं, जिससे सरनी तोक निवासी जय सिंह, लोकपाल सिंह, केदार सिंह, सोबन सिंह के मकानों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सरनी में स्थित जूनियर हाईस्कूल का भवन भी खतरे में आ गया है। स्थानीय लोगों ने लोडर मशीन के स्थान पर किमी एक क्षेत्र में मैन्युअल काम कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। चेतावनी देने वालों में प्रधान मालती देवी, महिपाल सिंह, जोहार सिंह, केदार सिंह, हंसी देवी, भावना, हेमा आदि शामिल हैं। इधर, कपकोट के एसडीएम आरसी तिवारी ने कहा कि संबंधित विभाग को जांच के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।