राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा वैक्सीन उत्पादन को पुनर्जीवित हो आइडीपीएल
बागेश्वर में राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा कि कोविड-19 के वैक्सीन उत्पादन को आइडीपीएल को पुनर्जीवित करना चाहिए।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा कि कोविड-19 के वैक्सीन उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋषिकेश स्थित केंद्र सरकार का उपक्रम इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल लिमिटेड को पुनर्जीवित किया जाए। गुरुवार को इस बाबत उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है।
पत्र में कहा गया है कि आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है। वर्तमान में पूरा भारत महामारी की चपेट में है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि अधिक से अधिक और जल्द वैक्सीनेशन से ही कोरोना को हराया जा सकता है। जिन देशों ने अपने यहां ज्यादा वैक्सीन लगवाई, वहां कोरोना की दूसरी लहर का कम प्रभाव पड़ा। हमारे देश में दूसरी लहर, पहली से 320 प्रतिशत ज्यादा भयानक साबित हुई है।
टम्टा ने कहा देश की कुल आबादी के मात्र 12 प्रतिशत को ही अभी तक पहली और मात्र चार करोड़ आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज दी गई हैं। वैक्सीन लगाने वाले अधिकतर केंद्र बंद हो गए हैं। 18-45 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। अभी देश में दो कोवैक्सीन और कोवीशिल्ड का ही टीकाकरण किया जा रहा है, जिनकी उत्पादन क्षमता काफी कम है। 124 करोड़ लोगों को वैक्सीन के लिए अन्य लिमिटेड कंपनियों को भी लाइसेंस मिलना चाहिए।
कहा, ऋषिकेश स्थित केंद्र सरकार के उपक्रम आइडीपीएल पुनर्जीवित करने की जरूरत है। 1967 में बनी भारत में यह कंपनी दवा व वैक्सीन उत्पादन में नंबर एक पर रही है। इस पब्लिक सेक्टर को अगर सरकार से मदद मिले तो यह कोरोना महामारी से निपटने में कारगर हो सकती है। इससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा, विदेशी मुद्रा भी बचेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अभी चार फार्मा कंपनियों को कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए लाइसेंस दे दिया है।