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ग्रोथ सेंटरों की समस्याओं का होगा समाधान

बागेश्वर में ग्रोथ सेंटर की समस्याओं का जल्द होगा समाधान।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 10:59 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 05:14 AM (IST)
ग्रोथ सेंटरों की समस्याओं का होगा समाधान

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: ग्रोथ सेंटर संचालक आत्मविश्वास के साथ अपने पैरों पर खड़े हो सकें। अगले पांच साल में उनकी आय 50 हजार रुपये तक हो, इसके लिए पंचवर्षीय योजना के तहत लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।

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सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ग्रोथ सेंटरों की समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह स्वयं ग्रोथ सेंटरों में जाकर संचालन आदि की समस्याओं का निस्तारण करेंगे। उत्पादों की आनलाइन मार्केंटिग की व्यवस्था की जाएगी। उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में ब्रांडिग पर विशेष ध्यान देना होगा। ग्रोथ सेंटरों से जुड़े लोगों के स्किल डेवलपमेंट की व्यवस्था की जाएगी।

मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत ने बताया कि जिले में आठ ग्रोथ सेंटर स्वीकृत हैं। पांच क्रियाशील हैं और अन्य पर कार्रवाई चल रही है। शामा में कीवी से जैम, जूस, चटनी, बुरांश से स्क्वेश, मसाला, अचार आदि बनाया जा रहा है। मुनार में मडुवा के बिस्कुट बन रहे हैं और गरुड़ में लहसून, मिर्च, तिमल, आम, आंवला, मिक्स अचार, नीबू, अदरख, कटहल, भरवा मिर्च, करेला का आचार बन रहा है। बुरांश, आवाला और मल्टा के स्क्वेश बनाया जा रहा है। असों में हल्दी, मिर्च, धनिया उत्पाद किया जा रहा है। इस मौके पर महप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य, महाप्रबंधक डेयरी देवेंद्र कांडपाल, आजीविका राहुल कुमार मिश्रा, धना कोरंगा, भवान सिंह आदि मौजूद थे।


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