अलाव नहीं जलने से ठिठुरने लगे लोग
जलौनी लकड़ियों की कमी होने के कारण नगर पालिका और नगर पंचायत अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं कर सकी है। सुबह और शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यात्रियों और राहगीरों की परेशान भी बढ़ने लगी है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जलौनी लकड़ियों की कमी होने के कारण नगर पालिका और नगर पंचायत अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं कर सकी है। सुबह और शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यात्रियों और राहगीरों की परेशान भी बढ़ने लगी है। हालांकि धूप निकलने के बाद मौसम सुहावना हो रहा है। लोगों का कहना है कि बीते दिनों जिलाधिकारी ने अलाव जलाने के निर्देश भी दिए थे। एसडीएम ने जलौनी लकड़ियों की खरीद के लिए धनराशि भी अवमुक्त कर दी थी, लेकिन अब तक अलाव नहीं जल रहे हैं।
जलौनी लकड़ियां हल्द्वानी और रामनगर से यहां वन निगम के डिपो पर आती हैं। डिपो से उन्हें बिक्री किया जाता है। जाड़ों के सीजन में लकड़ियों की मांग बढ़ जाती है। निगम तक खेप नहीं पहुंच पाती है। अलाव और अन्य के लिए लकड़ियों की वर्तमान में कमी चल रही है। नगर पंचायत कपकोट, नगर पालिका बागेश्वर और जिला पंचायत को बीते छह दिन पूर्व आयोजित बैठक में डीएम ने निर्देश दिए थे कि वह अलाव आदि की व्यवस्था करेगा। लेकिन अब तक डीएम के निर्देशों का पालन होता नजर नहीं आ रहा है। वरिष्ठ नागरिक दलीप सिंह खेतवाल ने कहा कि जिले में लकड़ियों की कोई कमी नहीं है। हजारों पेड़ प्रतिवर्ष जलने और अन्य कारणों से गिर जाते हैं। जिन्हें वन निगम दूसरे स्थानों को भेज देता है। यदि स्थानीय स्तर पर लकड़ियों को रखा जाए तो जलौनी लकड़ियों की कमी दूर हो सकती है। जिसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा।
गरुड़ व कौसानी में भी अलाव जलाने की मांग उठी
कत्यूर घाटी में सोमवार की सुबह से ही रुक-रुक बारिश हो रही है। जिसके चलते मौसम काफी ठंडा हो गया। ठंड बढ़ने से बाजारों में भीड़ काफी कम रही। लोग घरों में दुबके रहे। व्यापार संघ गरुड़ के अध्यक्ष लक्ष्मी दत्त पांडे, टीटबाजार के अध्यक्ष प्रेम सिंह नेगी व होटल एसोसिएशन कौसानी के अध्यक्ष बबलू नेगी ने प्रशासन से बाजार क्षेत्रों में अलाव जलाने की मांग की है।
बागेश्वर नगर पालिका क्षेत्र के साथ ही कपकोट नगर पंचायत क्षेत्र और तहसील क्षेत्रों में अलाव जलाने के लिए धनराशि जारी कर दी गई है। शीघ्र अलाव जलने लगेंगे। जलौनी लकड़ियों की कमी भी दूर करने के निर्देश वन निगम को दिए गए हैं।
- हरगिरी, एसडीएम, बागेश्वर