लोगों को नहीं पता आपदाओं से निपटने को बना आपदा विभाग
जागरण संवाददाता बागेश्वर भले ही हम अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक न्यूनीकरण दिवस मना रहे हो ल
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: भले ही हम अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक न्यूनीकरण दिवस मना रहे हो, लेकिन हाल यह है कि लोगों को पता ही नहीं कि आपदाओं से निपटने को आपदा विभाग बना हुआ है। उनको यह भी पता नहीं कि आपदा की घटना होने पर यहां भी सूचना दे सकते है। जब वहां मौजूद लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आपदा कंट्रोल रूम की जानकारी नहीं है, अगर ऐसी घटना होती है तो पुलिस को बताएंगे।
ऐसा ही कुछ नजारा था तहसील सभागार में जहां अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा न्यूनीकरण दिवस मनाया जा रहा था। जब आपदा प्रबंधन अधिकारी ने लोगों से यह सवाल पूछे तो उनके पास जवाब ही नहीं थे। उनको जानकारी तक नहीं सरकार ने आपदा की घटना के बाद राहत व बचाव कार्य के लिए अलग से एक विभाग बनाया हुआ है। इससे शासन-प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग की कार्यप्रणाली का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। और यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि, अगर कोई घटना हो जाती है तो यह कितने सजगता से काम कर पाएंगे। अक्सर विभाग आपदा की घटनाओं के बाद उससे निपटने में नाकामयाब ही दिखाई देता है।
आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने आपदा से बचाव व राहत के बारे में बताया। उन्होंने अपने विभाग के माध्यम से की जा रहे कार्यों के बारे में बताया। अपने कार्यालय का पता लोगों को बताया और कंट्रोल रुम का नंबर भी बताया। एडीएम राहुल गोयल ने बताया कि पूरा जिला आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। प्राकृतिक आपदाओं को रोका नही जा सकता है। सिर्फ इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
इस अवसर पर एसडीएम राकेश तिवारी, सीओ महेश चंद्र जोशी, मैनपाल सिंह, महेश चंद्र, दीप चंद्र जोशी राजस्व कर्मी, एनसीसी कैडेट सहित कई लोग मौजूद थे।