दिल्ली-धरमघर रोडवेज बस न चलने से आक्रोश
बागेश्वर में दिल्ली-धरमघर रोडवेज बस लाकडाउन के समय से ही बंद है जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : दिल्ली-धरमघर रोडवेज बस लाकडाउन के समय से ही बंद है, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। शादी-विवाह के सीजन में बस नहीं चलने से टैक्सी वाले मनमानी पर उतर आए हैं। 90 से अधिक गांवों के लोगों में आक्रोश हैं। उन्होंने रोडवेज बस संचालित नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली-धरमघर रोडवेज बस सेवा मार्च के बाद से बंद है। वह बागेश्वर से 12 बजे धरमघर के लिए चलती थी। जिससे सिमगढ़ी, पातल, दयारी, जलमानी, उत्तर दुग, पचार, रीमा, उडियार, जारती, बनलेख, डाक गडेरा समेत 90 गांवों के लोगों को लाभ मिल रहा था। इन गांवों की लगभग 30 हजार जनसंख्या है। रोडवेज बस नहीं होने से यात्रियों की भारी दिक्कतें हो रही हैं। उन्हें टैक्सियों के जरिए यात्रा करनी पड़ रही है। जिसमें उनका धन अधिक लग रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्सी वाले 100 रुपये एक तरफ का भाड़ा ले रहे हैं। जबकि बस में 60 रुपये प्रति सवारी टिकट है। टैक्सी वाले रुपये लेकर भी गंतव्य तक नहीं छोड़ते हैं। इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गो को ज्यादा परेशानी होती है। गंतव्य तक छोड़ने के लिए कहने पर वह झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर जोशी, राजेंद्र प्रसाद पांडे, हेम चंद्र पांडे, खड़क सिंह, राजेंद्र सिंह, किशन सिंह, दीवान सिंह आदि ने कहा कि यदि बस सेवा सुचारू नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।