सरकार की उपेक्षा से फूटा आक्रोश
संवाद सूत्र धमरघर गुलदार को एक माह बाद भी आदमखोर घोषित नहीं किए जाने से ग्रामीण आक्रोि
संवाद सूत्र, धमरघर: गुलदार को एक माह बाद भी आदमखोर घोषित नहीं किए जाने से ग्रामीण आक्रोशित है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती तो फिर उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
कपकोट ब्लॉक के भूलगांव, जलमानी, स्यांकोट, द्यारीनौला में गुलदार के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए है। ग्रामीणों के जरुरी कार्य बाधित हो रहे है। शाम होते ही वह अपने घरों पर दुबक रहे है। ग्रामीणों ने वन विभाग तथा जिला प्रशासन पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया है। रविवार को भूलगांव स्थित आंदोलन स्थल पर शेर सिंह राठौर, प्रताप सिंह तथा जीवन सिंह राठौर अनशन पर बैठे। यहां हुई सभा की अध्यक्षता करते हुए गुलाब सिंह भौर्याल ने कहा कि गुलदार के कारण क्षेत्र में एक महीने से दहशत बनी हुई है। वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी क्षेत्र में नहीं आ रहे हैं। इस कारण लोगों में निराशा बनी हुई है। उन्होंने जिलाधिकारी से क्षेत्र का भ्रमण करने तथा वन विभाग को गुलदार पकड़ने के लिए निर्देश देने की मांग की है। कोई भी जनप्रतिनिधि नही सुन रहा है। वह सिर्फ चुनाव पर ही अपना ध्यान लगाए हुए है। यदि क्षेत्र में गुलदार की कोई घटना घटेगी तो इसकी सारी जिम्मेदारी जन प्रतिनिधियों की होगी।
इस अवसर पर भूपाल सिंह, दीपक सिंह, जोगा सिंह राठौर, शेर सिंह मेहता, मोहन सिंह राठौर, जीवन सिंह राठौर, जोगा सिंह, रमेश सिंह आदि मौजूद रहे।