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कोरोना की गर्मी से पिघली आइसक्रीम

बागेश्वर में कोराना-कोविड 19 के संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन से लघु उद्यमी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Apr 2020 10:04 PM (IST)Updated: Thu, 23 Apr 2020 06:11 AM (IST)
कोरोना की गर्मी से पिघली आइसक्रीम
कोरोना की गर्मी से पिघली आइसक्रीम

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: कोराना-कोविड 19 के संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन से लघु उद्यमी बुरी तरह प्रभावित हैं। गर्मी के सीजन में आइसक्रीम का कारोबार करने वाले उद्यमी अमित साह को इस बार सवा करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है। वहीं अब उनके सामाने लाखों का सामान बचाने का संकट पैदा हो गया है।

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अमित साह मिलन एजेंसी के नाम से नदीगांव में पिछले दस सालों से अपना आइसक्रीम का कारोबार कर रहे हैं। वह यहां पर खुद आइसक्रीम बनाते है और अन्य कंपनियों की आइसक्रीम की सप्लाई भी पूरे जिले में करते हैं। मार्च माह की शुरुआत में उन्होंने 6 लाख की आइसक्रीम मंगा कर और बनाकर सप्लाई के लिए रख दी थी। शुरू में तो दुकानदारों को उन्होंने सामान दिया, लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद उनका सारा सामान डंप हो गया। उनका आइसक्रीम का सीजन मार्च से जून तक चार महीने चलता है। बीते वर्ष उन्होंने लगभग सवा करोड़ का कारोबार किया था, लेकिन इसके बाद कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है।

उद्यमी अमित साह ने बताया कि उनकी एजेंसी में 8 कर्मचारी स्थाई व 10 कर्मचारी अस्थाई रूप से कार्य करते हैं। सभी लोग बेरोजगार हो गए हैं। स्थाई कर्मचारियों को भी अब वेतन देना मुश्किल हो गया है। अभी उम्मीद भी कम ही है। शादियों में उनका सामान काफी जाता था। अब शादी में भी पांच लोगों की अनुमति है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में कारोबार का क्या होगा।

-आइसक्रीम बचाने को 50 हजार प्रतिमाह खर्च-

अमित साह ने जो आइसक्रीम बाहर से मंगाई और बनाई थी उसे फ्रीजर में स्टोर किया हुआ है। इस माह उनका बिजली का बिल करीब 50 हजार रुपया आया है। हर माह लगभग 50 हजार का खर्च आइसक्रीम को बचाने में आ रहा है।


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