पाये व दर्शानी को पानी न मिला तो होगा आंदोलन
खडेरिया पेयजल योजना के पुनर्गठन में पाये व दर्शानी गांव को हटा दिए जाने से लोगों में आक्रोश है।
संवाद सूत्र, गरुड़ : खडेरिया पेयजल योजना के पुनर्गठन में पाये व दर्शानी गांव को हटा दिए जाने से ग्रामीणों का रोष बढ़ता ही जा रहा है। ग्रामीणों ने महापंचायत कर पाये व दर्शानी को पानी दिए जाने की मांग की। मांग न माने जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है
उप जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा की अध्यक्षता में राइंका कौलाग में पाये, दर्शानी, रतमटिया, कौलाग व खडेरिया गांवों की महापंचायत आयोजित की गई। महापंचायत में ग्रामीणों ने एक स्वर से कहा कि पूर्व में इस योजना से दर्शानी व पाये गांव लाभान्वित थे। अब इन गांवों को साजिश के तहत हटा दिया गया है और नए गांव जोड़ दिए गए हैं। ग्रामीणों ने नए गांवों को जोड़े जाने का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि पाये व दर्शानी गांवों के पास अन्य कोई पेयजल योजना नहीं है। यदि इन गांवों को पुन: नहीं जोड़ा गया तो ग्रामीण प्यासे रह जाएंगे। ग्रामीणों ने डीपीआर में संशोधन करने की मांग की। मौके पर ही जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ग्रामीणों की मांग नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। एसडीएम जयवर्धन शर्मा ने कहा कि वे ग्रामीणों की समस्या का शीघ्र समाधान करेंगे। इस अवसर पर पाये की ग्राम प्रधान उमा भट्ट, कौलाग की प्रधान कौशल्या देवी, दर्शानी की क्षेपंस विनीता देवी, मनोज पांडे, संघर्ष समिति के अध्यक्ष भोला दत्त पांडे लालमणि जोशी, विनोद भट्ट, गंगा सिंह कोरंगा, गोपाल सिंह नेगी, नरेंद्र कुमार मंदोलिया, मुन्ना चिलवाल, रंजीत सिंह, हीरा सिंह जेठा, अर्जुन सिंह गड़िया, पूरन चंद्र पांडे, हरीश नेगी,विशन दत्त पांडे, गोपाल दत्त जोशी आदि ग्रामीण मौजूद थे।