सुमगढ़ के मासूमों को भूल गई सरकार
संवाद सूत्र, कपकोट : सुमगढ़ में हुए हादसे में आपदा के चलते 18 मासूमों की मौत सरकार भूल च
संवाद सूत्र, कपकोट : सुमगढ़ में हुए हादसे में आपदा के चलते 18 मासूमों की मौत सरकार भूल चुकी है। अब हर साल हादसे की बरसी पर कुछ फूल चढ़ाकर यादों की इतिश्री की जा रही है। जबकि सरकार ने पुस्तकालय व भवन बनाने का वादा किया था। जिले के कपकोट में सरस्वती शिशु मंदिर, तप्तकुंड, सुमगढ़ में 18 मासूम बच्चे भयानक त्रासदी का शिकार हुए थे। भारी बारिश के बाद 18 अगस्त 2010 को विद्यालय के एक कमरे में दरवाजे से ढेर सारा मलबा भर गया। जिससे बच्चे जिंदा ही कमरे में दफन हो गए। जिसके बाद पूरे देश में इस मामले की चर्चा हुई थी। साल 2012 में राज्य सभा सांसद तरुण विजय ने 25 लाख की सहायता राशि की घोषणा की थी। लेकिन बाद में उसका कुछ पता भी नहीं चला। ग्राम प्रधान राम चंद्र जोशी ने बताया कि स्मारक स्थल का सुंदरीकरण होना था जो अभी तक नहीं हो सका।
स्मृति स्तंभ पर किया पुष्प अíपत
बागेश्वर : सुमगढ़ हादसे की बरसी पर डीएम ने श्रद्धांजलि अíपत की। हादसे की आठवीं बरसी पर डीएम रंजना राजगुरु स्मृति स्तंभ तक पहुंची। जिस पर पुष्प अíपत करने के बाद सभी ने दो मिनट का मौन रखा। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश चंद्र ¨सह ऐठानी, विधायक कपकोट बलवंत ¨सह भौर्याल, पूर्व विधायक ललित फसर्वाण, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र ¨सह परिहार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विक्रम शाही, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चंद्र ¨सह रावत, उप शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र मौर्या, तहसीलदार मैनपाल ¨सह आदि ने श्रद्धांजलि अíपत की।