पेड़ कटान का कार्य रोके जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश
संवाद सूत्र, गरुड़: निर्माणाधीन सड़क के निर्माण में आने वाले पेड़ों का कटान रोके जाने से ग
संवाद सूत्र, गरुड़: निर्माणाधीन सड़क के निर्माण में आने वाले पेड़ों का कटान रोके जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने स्पेशल कम्पोनेंट प्लान के तहत निर्माणाधीन सड़क को शीघ्र बनाए जाने और अवरोध डालने वाले सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
गुरुवार को अमस्यारी की ग्राम प्रधान शांति देवी के नेतृत्व में ग्रामीण तहसील पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। तहसील के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र ¨सह के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि हरीनगरी, बूंगा, कोट्यूड़ा, नौगांव, मवई व अमस्यारी गांवों को मिलाने वाली नौ किमी सड़क स्पेशल कम्पोनेंट प्लान के तहत स्वीकृत है। सड़क निर्माण के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इन दिनों सड़क निर्माण के लिए पेड़ों का कटान किया जा रहा था। कुछ पेड़ कट गए और शेष पेड़ काटे जाने हैं। लेकिन अमस्यारी गांव के सरपंच बसंत बल्लभ जोशी द्वारा पेड़ कटान में अवरोध पैदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण से पांच हजार की क्षेत्रीय जनता लाभान्वित हो रही है। मात्र एक व्यक्ति के अवरोध पैदा करने से जनता में तीव्र रोष व्याप्त है। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर पेड़ कटान कर सड़क का कार्य शुरू करने और सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, ब्लॉक प्रमुख भरत फर्सवाण, कनिष्ठ प्रमुख प्रकाश कोहली, ग्राम प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष नवीन ममगाई, हरीनगरी के ग्राम प्रधान लक्ष्मण आर्या, नौगांव की क्षेपंस कमला देवी, पय्या के क्षेपंस उदय राम, अमस्यारी की महिला मंगल दल की अध्यक्षा भगवती जोशी, विमला देवी , घेटी के प्रधान अशोकवर्द्धन, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मण कुमार आदि मौजूद थे। ==================
जोशी ने दिया वन पंचायत के सरपंच पद से इस्तीफा
गरुड़: तहसील के वन पंचायत अमस्यारी के सरपंच बसंत बल्लभ जोशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने और अपने परिवार को जानमाल का खतरा बताते हुए सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है। सरपंच बसंत बल्लभ जोशी ने कहा है कि उन्हें ग्राम प्रधान द्वारा कोई सहयोग नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण वन संरक्षण सुरक्षा रोपण का कार्य नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के लिए अंधाधुंध पेड़ काटे गए। जिसकी शिकायत लिखित और मौखिक रूप से की गई। डीएफओ बागेश्वर ने गत सोमवार को स्थलीय निरीक्षण कर पेड़ों के कटान पर रोक लगा दी। जिससे बौखलाए आसपास के गांवों के लोग वन पंचायत अमस्यारी में एकत्र हुए और मुझे डराने धमकाने लगे। बीच बचाव कर डीएफओ और रेंजर ने मुझे बचाया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार धमकी दी जा रही है।