लॉक डाउन छूट में समेट रहे खेती-पाती
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और रोकथाम जरूरी है।
जासं, बागेश्वर: कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और रोकथाम जरूरी है। इसका ध्यान किसानों को भी है। लॉक डाउन में छूट मिलते ही किसान खेती-पाती में जुट रहे हैं। संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए वह तीन या चार लोग ही खेतों का रुख कर रहे हैं। किसानों की खेती को पहले मौसम की मार पड़ी और अब गेहूं, मसूर और जौ की फसल तैयार होने लगी है। किसानों के माथे पर चिता की लकीरें साफ झलक रही हैं। उन्हें खुद का बचाव करना है और साथ ही फसल भी समेटनी है। लॉक डाउन के चलते महिला किसानों के सामने सबसे अधिक संकट पैदा हो गया है। वह खेतों पर निकलतीं हैं तो प्रशासन की उन पर नजर है। ऐसे में महिलाएं घास और गेहूं की कटाई आदि के लिए सुबह सात से 12 बजे तक खेतों में पहुंच रही हैं। आरे गांव निवासी गीता, चंपा, दीपा और मोहनी ने कहा कि गेहूं की फसल तैयार है। यदि लॉक डाउन बढ़ा तो उन्हें फसल समेटने में परेशानी होगी। मवेशियों के लिए चारा भी इसबीच जुटाना है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के आदेशों का पूरा पालन कर रही हैं। खेतों में गेहूं की कटाई आदि काम भी करीब एक मीटर दूरी बनाकर कर रही हैं।