नहीं आता समझ, सड़क में गढ्डे की गढ्डों में सड़क
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : पुराना साल चला गया और नया साल आ गया है। लोग एक दूसरे को बधाइया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : पुराना साल चला गया और नया साल आ गया है। लोग एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं, लेकिन खतरनाक बनी सड़कों पर किसी का ध्यान नहीं है। अधिकतर सड़कें गड्ढ़ों में तब्दील हो गईं हैं और बरबस दुर्घटना को दावत दे रही हैं। एनएच गरुड़-कौसानी बेहद खतरनाक बना हुआ है। अनगिनत गड्ढ़े और नाली निर्माण ने सड़क को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है, वहीं एनएच कपकोट-शामा के हाल भी बेहाल हैं। सड़क आरे के समीप पूरी तरह गड्ढ़ों में बदल गई है और पेयजल योजना के पाइप भी सड़क से होकर गुजर रहे हैं। जिससे यहां भी दुर्घटना का भय बना हुआ है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली अधिकतर सड़कें जर्जर हालत में हैं। ऐसे में सड़कों पर बढ़ रही दुर्घटनाओं को लेकर शायद कोई संवेदनशील है।
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कपकोट की सड़कों भी गड्ढ़ों में
कपकोट : नगर पंचायत को जोड़ने वाली सड़कों में ¨पडारी और कपकोट-कर्मी सड़क की हालत बदतर हो चुकी है। हालत यह है कि इन सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। नगर पंचायत के भीतर पड़ने वाली सड़कों में पक्की नाली का निर्माण नहीं हो पाया है। मालूम हो कि इसी तहसील के उत्तर भाग में विश्व प्रसिद्ध ¨पडारी, सुंदरढुंगा और कफनी ग्लेशियर हैं। सड़कों की हालत खराब होने के कारण पर्यटकों को भी दो चार होना पड़ रहा है। एनएच कपकोट-शामा में भराड़ी बाजार के समय मिट्टी डालकर गड्ढ़े भरे गए थे, लेकिन अब वे उखड़ गए हैं।
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घेटी-कुलाऊं, कंधार-रौल्याणा रोड भी गड्ढों में
गरुड़: कत्यूर घाटी की गरुड़-बैजनाथ, कंधार-रौल्याणा, घेटी-कुलाऊं-ग्वालदम, वच्यूला जखेड़ा, गरुड़-द्यौनाई, धैना-लखनी, टीटबाजार-अंणा मोटर मार्ग गढ्ढों में तब्दील हो गया है। गरुड़ से बैजनाथ दो किमी की दूरी तक सफर करना मुश्किल हो गया है। आए दिन गढ्ढों में रपटकर कई दोपहिया वाहन चालक घायल हो गए हैं। कई गाड़ियों के पट्टे टूट गए हैं। जिससे क्षेत्रीय जनता में तीव्र रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने शीघ्र सड़कों के गढ्ढे भरे जाने की मांग की है।
सरस्वती शिशु मंदिर गरुड़ के प्रवेश द्वार पर गढ्ढा युक्त सड़क के किनारे चलना भी लोगों के लिए खतरे से कम नहीं है। इन गढ्ढों में कई वाहनों का पटटा टूट गया है। जिससे वाहन चालकों और मालिकों को काफी नुकसान हो रहा है।
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सड़कों की मरम्मत और डामरीकरण के निर्देश सड़क महकमों को दिए गए हैं। जनसुनवाई में भी सड़कों की परेशानी आ रही है। जिस पर विभागीय अधिकारियों को बजट आदि का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
-रंजना राजगुरु, डीएम