पहाड़ पर ओवरलोड व नशे में न चलाएं गाड़ी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : यातायात नियमों के प्रति जागरूक ना होने के कारण ही अक्सर पहाड़
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : यातायात नियमों के प्रति जागरूक ना होने के कारण ही अक्सर पहाड़ पर दुर्घटनाएं होती हैं। पुलिस व परिवहन विभाग इसके लिए समय-समय पर अभियान तो चलाता है। लेकिन आम लोग अभी भी इस जिम्मेदारी से विमुख हैं। अगर आम आदमी खुद पहल कर यातायात नियमों को अपनी जिम्मेदारी समझें और इसे आदतों में सुमार कर लें तो यम से बच सकते हैं।
पुलिस ने यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए मुहिम चलाई। उन्होंने जागरुकता के साथ एल्कोमीटर से चे¨कग अभियान भी चलाया। पहाड़ पर दुर्घटना के दो बड़े कारण है। एक नशे की हालत में तेज गति से गाड़ी चलाना। दूसरा ओवरलो¨डग। जिसके लिए यातायात पुलिस ने मुख्यालय के विभिन्न चौराहों पर चालकों व गाड़ी में बैठे यात्रियों को जागरुक किया। उन्होंने यात्रियों से कहा कि ओवरलो¨डग और नशे की हालत में पाए जाने पर इसकी तुरंत पुलिस को सूचना दें। यम से केवल यातायात के नियम ही बचा सकते है। अगर समय रहते आप पुलिस को इसकी जानकारी दे सकते है ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सकते और यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें। यातायात उपनिरीक्षक भूपेश पांडे ने बताया कि रुटीन में चे¨कग अभियान चलाया जाता हैं और लोगों को जागरुक किया जा रहा हैं। फिलहाल नशे की हालत में कोई भी चालक नही पकड़ा गया हैं। अगर कोई पकड़ा जाएगा तो उसका लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
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ये अपनाएं उपाय
- पहाड़ में नशे की हालत में गाड़ी ना चलाएं
- ओवरलो¨डग ना करें
- गति पर नियंत्रण रखे
- दुपहिया वाहन चालक हेलमेट का प्रयोग करें
- अभिभावक बिना हेलमेट अपने बच्चों को गाड़ी ना चलाने दे
- सफर कर रहे यात्री भी यातायात नियमों के प्रति जागरुक रहें
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अगर लोग यातायात नियमों का पालन करे और इसके प्रति जागरुक रहे तो दुर्घटना 80 फीसदी तक कम हो जाएगी। अक्सर हम अपनी लापरवाही से ही दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। पुलिस व परिवहन विभाग अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। अब आम लोगों को भी इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए आगे आने की जरुरत हैं।
-मुकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक, बागेश्वर