अंडर 19 वर्ल्ड कप जीतने पर कमलेश नगरकोटी के गांव में मनी दिवाली
अंडर 19 वर्ल्ड कप में आस्ट्रेलिया के खिलाफ कमलेश नगरकोटी के शानदार प्रदर्शन और फिर टीम की एतिहासिक जीत पर भरसाली गांव में दिवाली जैसा जश्न मना
By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 03 Feb 2018 07:32 PM (IST)Updated: Sat, 03 Feb 2018 10:40 PM (IST)
v>बागेश्वर, [जेएनएन]: अंडर 19 वर्ल्ड कप में आस्ट्रेलिया के खिलाफ कमलेश नगरकोटी के शानदार प्रदर्शन और फिर टीम की एतिहासिक जीत पर भरसाली गांव में दिवाली जैसा जश्न मना। टीवी पर नजरें लगाए बैठे गांव वाले अपने लाल का कमाल देख जबरदस्त उत्साह में थे। कमलेश ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में दो विकेट लेकर वर्ल्ड कप भारत के नाम करवाया।
कमलेश ने जैसे ही पहला विकट झटका, दोस्त और परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दूसरे विकट पर तो गांव वाले नाचने लगे। विश्व कप जीतने बाद तो पूरे गांव में दिवाली जैसा जश्न मनने लगा। आतिशबाजी के साथ मिठाई का वितरण और एक-दूसरे को बधाई देते परिजनों का उल्लास चेहरे पर देखते बन रहा था।
दुर्गम क्षेत्र में हैं कमलेश का गांव
क्रिकेट की दुनिया में उभरते कमलेश नगरकोटी उर्फ बिट्टू बागेश्वर से लगभग 41 किमी दूर कुलारंग चौड़ा ग्राम सभा के दुर्गम क्षेत्र भरसाली-जजुराली तोक के रहने वाले हैं। गांव तक पहुंचने के लिए 10 किमी की दूरी पैदल ही नापनी होती है।
दादी लगाना चाहती है पोते को गले
गांव में रह रही कमलेश की 85 वर्षीया दादी रमुली देवी को अपने पोते का इंतजार है। वह कहती हैं कि मैं जानती थी कि एक दिन कमलेश देश का नाम रोशन करेगा। 10 साल पहले वह यहां आया था। यहां भी वह चाचा पूरन से साथ खेलने की काफी जिद करता रहता था। बस अब एक ही हसरत है, एक बार बिट्टू को देख लूं और गले से लगा लूं।
अगले महीने गांव आएंगे बिट्टू
कमलेश के पिता लक्ष्मण सिंह नगरकोटी अपने सात भाइयों में चौथे नंबर के है। उनके तीन बड़े भाई केदार सिंह, गोविंद सिंह, दरबान सिंह व तीन छोटे भाई पूरन सिंह, बहादुर सिंह, प्रयाग सिंह हैं। उनके भाइयों का कहना था कि भाई अगले महीने गांव आने वाले हैं। शायद बिट्टू भी उनके साथ आए।
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