अंतिम गांवों में लोकतंत्र महापर्व मनाया
जागरण संवाददाता बागेश्वर लोकतंत्र का महापर्व जिले के अंतिम गांवों में पूरे जोश के साथ मनाया
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: लोकतंत्र का महापर्व जिले के अंतिम गांवों में पूरे जोश के साथ मनाया गया। महिलाएं सज धज कर पोलिग बूथों तक पहुंची। जिले के बोरबलड़ा और खाती में वोटरों में उत्साह दिखा। पोलिग पाíटयों को वहां पहुंचने में परेशानी हुई, लेकिन वोटरों के उत्साह ने उनकी थकान मिटा दी। अलबत्ता जहां प्रत्याशी प्रचार के लिए नहीं पहुंच पाए वहां लोकतंत्र की मजबूती के लिए पहले ही वोटर ताने-बाने बुन चुके थे।
कपकोट तहसील के मल्लादानपुर क्षेत्र के बोरबलड़ा गांव पहुंचने में पोलिग पाíटयों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उबड़-खाबड़ रास्ते, बर्फीली हवाएं और 90 डिग्री की चढ़ाई ने पोलिग कर्मियों को कई बार मायूस किया और प्रकृति के नजदीक पहुंचने के बाद वे आनंदित भी हो उठे। हिमालय की लंबी श्रृंखला देख और चारों तरफ से बर्फ ने उनकी थकान मिटा दी। बोरबलड़ा बूथ सड़क से करीब 15 किमी दूर है। यहां पहुंचने के लिए घोड़े-खच्चरों का भी इस्तेमाल किया गया। मतदान दिवस पर वोटरों का रूझान देखकर कर्मियों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। बोरबलड़ा बूथ के सेक्टर मजिस्ट्रेट राहुल आर्य ने बताया कि बूथ पर 58.24 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि जिले के अंतिम गांव खाती की दूरी खरकिया नामक स्थान से करीब 12 किमी दूर है। यहां पहुंचने पर मतदान काíमकों को आनंद की अनुभूति हुई और 68 प्रतिशत मतदान हुआ। सेक्टर मजिस्ट्रेट विनोद सिंह वल्दिया ने बताया कि मतदाताओं में गजब का जोश था।
-----------
:: इनसेट
अंतिम गांवों में मतदाताओं की संख्या
जिले के अंतिम गांव खाती में 281 मतदाता हैं। जिसमें 137 पुरुष और 144 महिलाएं हैं। 192 ने वोट दिया। बोरबलड़ा में 261 मतदाता हैं। 75 पुरुष और 77 महिलाएं शामिल हैं। 152 ने मताधिकार का प्रयोग किया।