17 हेक्टेयर वन जले 38 हजार का नुकसान
जागरण संवाददाता बागेश्वर जिले में इसबीच लगातार जंगल जल रहे हैं। अभी तक 17 हेक्टेयर वन जल
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में इसबीच लगातार जंगल जल रहे हैं। अभी तक 17 हेक्टेयर वन जल गए हैं। वन विभाग को 38 हजार 600 रुपये का नुकसान हो गया है। 22,50 रुपये के प्रति हेक्टेयर के अनुसार विभाग नुकसान का अनुमान लगाता है। जंगल जलने की अब तक 13 घटनाएं हो चुकी हैं और चारों तरफ धुआं-धुआं फैल गया है। मई का महीना शुरू होते ही जिले के जंगल भी धधकने लगे हैं। अभी तक जिले में आग लगने की 13 घटनाएं हो चुकी हैं। वनों को बचाने के लिए वन विभाग सरपंचों से लेकर ग्राम प्रधानों के साथ कई बार बैठक कर चुका है। यहां तक की वनों में आग लगाने वालों नाम बताओ ईनाम पाओ तक की घोषणा हो चुकी है। इसके बाद भी जंगलों का धधकना कम नहीं हो रहा है। वन विभाग को घास और नए पौध जलने से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इसके अलावा ईमारती लकड़ी, लीसा आदि भी आग की चपेट में है। वन विभाग को अभी तक 38 हजार 600 रुपये का नुकसान हो चुका है। ---------- एक दिन में छह घटनाएं वन विभाग के अनुसार मंगलवार को सबसे अधिक घटनाएं रिकार्ड हुई हैं। एक दिन में छह बार जंगल जलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। अणां, मेहरपाली, कांडा, लकड़ीथल, मनकोट आदि जंगल एक ही दिन में जल गए हैं। इसके अलावा कई किसान गेहूं की फसल काट चुके हैं। वे गेहूं के डंठलों को जलाने का काम कर रहे हैं। खेतों की यह आग कभी कभार जंगलों तक पहुंच रही है। आग लगने से मौसम में भी उमस भरी गर्मी शुरू हो गई है। वातावरण में भी धुंध छाने लगी है। ......... जिले में अब तक आग की 13 घटनाएं हो चुकी है। आग से तापमान भी बढ़ रहा है। किसानों से गेहूं के ठंडल शाम के समय जलाने की अपील की है। विभाग अग्निकांड पर दूरबीन से भी नजर रख रहा है। -बलवंत सिंह शाही, डीएफओ, बागेश्वर