सूपी व कर्मी में बादल फटा, अलर्ट
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले के कपकोट ब्लॉक स्थित सूपी व कर्मी में बादल फटने से सरयू नद
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले के कपकोट ब्लॉक स्थित सूपी व कर्मी में बादल फटने से सरयू नदी उफना गई। सूचना मिलने पर आइआरएस सिस्टम हाईअलर्ट में आ गया। जिलाधिकारी ने रात में बैठक कर अधिकारियों को दिशा-निर्देशित किया। मंगलवार की रात 12 बजे कर्मी और सूपी क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ समय से यहां भारी, मूसलधार बारिश हो रही हैं, लेकिन बारिश ऐसी जगह पर हुई जहां पर आबादी नहीं थी, जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नही हुई। सूपी में भारी बारिश से भूस्लखन भी हुआ हैं। सरयू नदी का जल स्तर अपने खतरे के निशान से एक मीटर ही नीचे था। शाम के समय सरयू नदी का जल स्तर 867 मीटर था। जो भारी बारिश के बाद रात साढ़े बारह बजे 869 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 870.70 मीटर हैं। फिलहाल बादल फटने से किसी प्रकार के जनहानि की सूचना नही है। आपातकालीन परिचालन केंद्र को सूचना मिलते ही आपदा की घटनाओं से निपटने के लिए बनाया इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम एक्टिवेट हो गया। आपदा का सायरन बज उठा, जिससे सभी लोगों की नींद खुल गई और वह सतर्क हो गए। लोग अपने घरों से निकलकर बाहर को देखने लगे की क्या हुआ हैं। जिलाधिकारी ने आपदा प्रबंधन केंद्र में आइआरएस से जुड़े अधिकारियों के साथ रात में बैठक की। उन्होंने आपदाग्रस्त क्षेत्रों पर पल-पल अपडेट ली। उपजिलाधिकारी को टीम के साथ मौके पर भेजा गया है जो नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। फिलहाल जन हानि की कोई सूचना नही हैं। जिलाधिकारी रंजना ने सभी संबंधित अधिकारियों को आपदा की हर घटना से निपटने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
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प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश
भारी बारिश से कर्मी, सूपी, बघर क्षेत्र में भूस्खलन हुआ हैं। जिससे यहां कई मकानों को खतरा पैदा हो गया हैं। जिलाधिकारी रंजना ने बताया कि यहां रहने वाले लोगों के मकानों को खतरा पैदा हो गया हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित क्षेत्र के राजस्व पुलिस को प्रभावितों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। सभी संबंधितों को दिशा-निर्देशित कर दिया गया हैँ।
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सूपी और कर्मी में भारी बारिश की सूचना मिली। जिससे सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई की गई। किसी प्रकार के जनहानि व नुकसान की सूचना नही हैं। शिखा सुयाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, बागेश्वर