कपकोट ब्लॉक में 63.83 फीसद मतदान
संवाद सूत्र कपकोट त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतिम चरण में ब्लाक की 139 सीटों के लिए मतदा
संवाद सूत्र, कपकोट: त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतिम चरण में ब्लाक की 139 सीटों के लिए मतदान हुआ। मतदाताओं ने 448 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतपेटियों में बंद कर दिया। अब 21 अक्टूबर को मतगणना का कार्य होगा। तीनों चरणों के मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गए है। जानकारी के अनुसार कपकोट ब्लॉक में कुल 63.83 फीसद मतदान हुआ।
बुधवार की सुबह 8 बजे से मतदान शुरु हुआ। सुबह लोगों में उत्साह काफी कम देखा गया। केवल 9.26 फीसदी मतदाताओं ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। दोपहर होते होते मतदाता अपने घरों से निकलने लगे। 12 बजे तक 21.51 फीसद मतदान हुआ। दो बजे तक 37.96 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर बाद मतदाता मतदान स्थल पर भारी संख्या में पहुंचने लगे। शाम चार बजे तक मतदान 54.50 फीसद हो गया। मतदान को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई थी। दूरस्थ बूथों में विशेष प्रबंधन किए गए थे। वहां किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो इसके लिए उन्हें वायरलेस सेट दिए गए थे। हर सात किमी पर कंट्रोल रुम बनाया गया था। जहां पर हर तरह की सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा था। पूरे ब्लाक को 5 जोन व 22 सेक्टर में बांटा गया था। सेक्टर मजिस्ट्रेट पल-पल की घटनाओं पर नजर रखे हुए थे। दूरस्थ संवदेशील मतदान केंद्रों के सेक्टर मजिस्ट्रेट गोगिना विनोद सिंह वल्दिया ने बताया मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही है। सभी मतदान केंद्रों से समय-समय पर संपर्क किया जा रहा है। मतदान के बाद पोलिग पाíटयां 17 अक्टूबर को मतपेटियां लेकर ब्लाक मुख्यालय में बने स्ट्रांग रुम में जमा कराएगी।
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संचार व्यवस्था ना होने से दिक्कत
बागेश्वर: कपकोट क्षेत्र में संचार व्यवस्था ध्वस्त होने से दूरस्थ मतदान केंद्रों से संपर्क करना बड़ा मुश्किल हो रहा था।मोबाइल तो यहां शो-पीस ही बने हुए थे। कुछ-कुछ जगहों पर सिग्नल आ रहे थे तो बातचीत हो रही थी। मतदान कर्मी तो संपर्क करने के लिए वायरलैस सेट का उपयोग कर रहे थे। सारी प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई है।
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मतदान को लेकर उत्साह कम
पंचायत चुनावों में अमूमन विधानसभा व लोकसभा चुनावों की अपेक्षा अधिक मतदान रहता है। लेकिन इस बार मतदाताओं में चुनाव को लेकर खास उत्साह नही देखा गया। इसका सबसे बड़ा कारण खेती बाड़ी में व्यस्तता का था। धान की कटाई, मढ़ाई का सीजन होने के कारण अधिकतर लोग खेतों में ही जुट रहे है। खेतीबाड़ी करने वाले लोगों करम सिंह, जीवन सिंह, कमला देवी आदि ने बताया कि वोट देकर क्या करें। नेता लोग तो कुछ करते ही नही। अभी तो वोट देने के लिए घर-घर आ रहे है। लेकिन आज वोट खत्म हो गया तो फिर यह गायब ही रहते है। जो वायदे भी करते है वह भी पूरे नही होते।
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कई गांवों में जश्न सा माहौल
मतदान के दिन कई गांवों में उत्सव जैसा माहौल था। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के समर्थकों ने जगह-जगह खाने-पीने की व्यवस्था की हुई थी। वोट देने से पहले लोग वहां खाना पीना कर रहे थे। फिर वोट देने के लिए जा रहे थे। जहां खाने की व्यवस्था थी वहां काफी भीड़ भी जुट रही थी। यह सब मतदान केंद्रों के आस-पास ही हो रहा था।