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489 मजदूरों ने घरों को जाने के लिए कराया पंजीकरण

बागेश्वर में लंबे समय से जिले में फंसे मजदूरों को अपने घर जाने की उम्मीद जागने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 09:22 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2020 06:15 AM (IST)
489 मजदूरों ने घरों को जाने के लिए कराया पंजीकरण
489 मजदूरों ने घरों को जाने के लिए कराया पंजीकरण

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: लंबे समय से जिले में फंसे मजदूरों को अपने घर जाने की उम्मीद जागने लगी है। प्रशासन ने भी इनके जाने के लिए आवदेन फॉर्म भरवाने शुरु कर दिए हैं। पहले दिन 275 मजदूरों की सूची बनी है। इसमें से 250 बिहार और 200 उत्तर प्रदेश, 2 हिमांचल, 37 कश्मीरी के मजदूर हैं। आवेदन करने के लिए सुबह से मजदूर लाइन में लगे रहे।

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जिले में इस वक्त बाहरी क्षेत्र के 6001 मजदूर फंसे हैं। शनिवार को तहसील परिसर में सुबह से ही मजदूर घर जाने के पास बनाने के लिए उमड़ने लगे। दस बजे से दो बजे तक भारी संख्या में मजदूर पहुंच गए। यहां पहुंचने के बाद उनके आवेदन फॉर्म भरे गए। आवेदन फॉर्म भरने के लिए तहसील परिसर में कई काउंटर बनाए गए थे। यहीं पर फॉर्म भरे गए। इसे भरने के लिए उन्हें 50 रुपये प्रति व्यक्ति खर्च भी करना पड़ा। देर शाम तक 275 मजदूरों की सूची तैयार की गई।

एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी ने कहा मजदूरों को कब भेजा जाना है इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। सरकार के निर्देश जिले में फंसे मजदूरों से आवेदन भरवाकर सूची तैयार की जा रही है। अन्य राज्यों के सरकारों से बात चल रही है। सरकार के निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एक हजार से अधिक है नेपाली

बागेश्वर: जिले में नेपाली मजदूरों की संख्या एक हजार से अधिक है। अभी तक उन्होंने घर जाने के लिए आवेदन नही कराया है।एसडीएम राकेश तिवारी ने कहा कि अगर उनके भी आवेदन पत्र मिलते है तो उनको भी भेजने की कार्रवाई की जाएगी।


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