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11 साल में दो किमी नहीं चली गाड़ी

जागरण संवाददाता बागेश्वर छौना गांव को 2008 से दो किमी सड़क बन रही है। 11 साल बाद दो कि

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 10:56 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 06:38 AM (IST)
11 साल में दो किमी नहीं चली गाड़ी
11 साल में दो किमी नहीं चली गाड़ी

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : छौना गांव को 2008 से दो किमी सड़क बन रही है। 11 साल बाद दो किमी सड़क में वाहन नहीं चलने से गांव की दूरी कम नहीं हो सकी है। ग्रामीण प्रसव पीड़िताओं और बीमार बुजुर्गो को करीब दो किमी पैदल चलकर डोली के जरिए सड़क तक पहुंचा रहे हैं। वहीं, आस्था का केंद्र गौरउडियार भी पर्यटकों की आंखों से ओझल है। ग्रामीण कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से भी खफा हैं।

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बालीघाट-पंद्रहपाली मोटर मार्ग से शहीद चंद्रशेखर मिश्रा के नाम निर्माणाधीन छौना लिक मोटर मार्ग 11 साल से अधर में लटका हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि 2008 में गांव के लिए दो किमी सड़क स्वीकृत हुई। लोनिवि ने सड़क काटी, लेकिन उसके बाद सड़क की तरफ पीठ फेर दी है। वर्तमान में गांव में 165 परिवार रहते हैं। सड़क सुविधा हासिल नहीं होने से वे परेशान हैं। सरकार गांवों से पलायन रोकने की बात कर रही है, लेकिन सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण करीब दो किमी पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक पहुंचते हैं। प्रसव पीड़िताओं, बीमार बुजुर्गों को सड़क तक डोली के जरिए ला रहे हैं।

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गौरीउडियार आंखों से ओझल

जहां देश के प्रधानमंत्री केदारनाथ गुफा में ध्यान करने पहुंचे और पूरे विश्व में केदारनाथ की गुफा को देखने और ध्यान करने के लिए लोग आतुर हैं। वहीं, गौरी गुफा जहां देवी-देवताओं के दुलर्भ मूíतयां और प्राकृतिक गुफा सड़क नहीं होने से पर्यटकों के आंखों से ओझल है।

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उपेक्षा का लगाया आरोप

ग्रामीण केवल पांडे, हरीश पांडे, गोपाल दत्त, गौरीदत्त, केवलानंद, विजय कुमार आदि ने सरकारों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और उन पर गांवों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। कहा कि यदि मोटर मार्ग का सुचारू नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे।

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सड़क नहीं बनने से गांव के लोगों की सड़क से दूरी कम नहीं हो सकी है। सुविधाओं के अभाव में लोग पलायन भी करने को मजबूर हैं। लोनिवि से कई बार सड़क को दुरुस्त करने और डामरीकरण करने की मांग भी की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी है।

-रमेश सिंह हरड़िया, प्रधान

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छौना लिक मोटर मार्ग की जांच की जाएगी और उसे सुचारू करने की कोशिश की जाएगी। मोटर मार्ग इतने सालों के बाद सुचारू नहीं होना बड़ी बात है।

-यूसी पंत, ईई, लोनिवि


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