सेब व अखरोट के 18 हजार पौधे रोपे
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : ¨पडर घाटी के आठ ग्राम पंचायतों में कार्यरत एकीकृत ग्रामीण विक
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : ¨पडर घाटी के आठ ग्राम पंचायतों में कार्यरत एकीकृत ग्रामीण विकास योजना के कार्यों की समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में डीएम ने कार्यों की समय सीमा की जानकारी ली तथा उन्हें समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलक्ट्रेट सभागार में हंस फाउंडेशन और स्वीनिति द्वारा विकास खण्ड कपकोट में पिंडर घाटी के आठ ग्राम पंचायतों में एकीकृत ग्रामीण विकास योजना में किये जा रहे कार्यो की समीक्षा बैठक ली। जिसमें खाती, वाछम, बदियाकोट, कालो, सोराग, किलपारा, बोरोचक, झारकोट एवं कुंवारी के ग्राम पंचायत शामिल है। जिलाधिकारी को प्रोजेक्ट मैनेजर ने अवगत कराया कि उनके फाउण्डेशन ने कृषि, उद्यान, पशु पालन, शिक्षा, स्वास्थ एवं पेयजल आदि क्षेत्रों में बृहद रूप से कार्य किया है। कहा कि पिण्डर घाटी क्षेत्र में 10 हजार सेब के पौधों का 600 अखरोट के पौधों व 200 नाशपति के पौधों का रोपण किया गया है, जिसका जीवित प्रतिशत 95 है। जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने हंस फाउण्डेशन से संचालित की जा रही चयनित ग्राम पंचायतों में 34 पेयजल योजनाओं की जानकारी ली। जिस में प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि इन योजनाओं को मार्च 2019 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। जबकि डीएम ने योजनाओं को फरवरी तक पूरा करने को कहा।
बैठक में जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी आरके ¨सह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जेसी मण्डल, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ उदय शंकर, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक पूनम चौहान, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शिखा सुयाल, पर्यटन अधिकारी बीपी टम्टा, उद्यान अधिकारी तेजपाल ¨सह, पंचायती राज अधिकारी पूनम पाठक, परियोजना निदेशक शिल्पी पन्त, परियोजना प्रबन्धक धर्मेन्द्र पाण्डेय, प्रोजेक्ट मैनेजर दि हंस फाउण्डेशन शोभित शर्मा, कन्सल्टेंट एनबी अवस्थी, हरीश पाण्डेय, ग्राम प्रधान वाछम आनन्द राम आर्या, खाती बसन्ती देवी, सोराग चामू राम आदि मौजूद थे।