जा-जा रे बालम, तो से ना बोलूंगी मैं..
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगर के नुमाइश में शनिवार की रात विभिन्न जनपदों से आए होल्यारों ने होली ग
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगर के नुमाइश में शनिवार की रात विभिन्न जनपदों से आए होल्यारों ने होली गायन कर शमा बांध दिया। बैठकी होली में रागों का दौर ऐसा चला कि देर रात तक बैठकी होली गायन थमा ही नहीं।
अल्मोड़ा से आए डॉ. एके कर्नाटक ने राग विहाग में अब कैसे सहूं मैं.. से शुरूआत की। उनकी इस होली की काफी सराहना हुई। पिथौरागढ़ के कमल ने राग काफी में जा- जा रे मैं ना बोलू तो से.. गाकर वाह वाही लूटी। अल्मोड़ा के धीरज टम्टा ने राग बागेश्वरी में तन, मन सब वारुंगी गाया। राग भैरवी में भी होली गायन कर उन्होंने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। पिथौरागढ़ के भुवन जोशी, रविकांत वर्मा ने भी होली गायन किया। रवि ने मैं नहीं पूछूं कन्हैया से.. गाया। रानीखेत से बीसी साह, बागेश्वर के विजय रावत, अनिल साह, पंकज पांडे, नवीन साह, संजय साह, विजय वर्मा, कंचन साह ने भी होली गायन किया तथा विभिन्न वाद्य यंत्रों में संगत दी।