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मैदान में पुरुष तो पहाड़ की विधानसभाओं में है महिला मतदाताओं का दबदबा, बढ़ती तादाद अच्छे प्रदर्शन का है संकेत

पहाड़ी क्षेत्रों के संसदीय सीटों में जहां महिला मतदाताओं की औसत संख्या पुरुषों से अधिक है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में आते-आते पुरुष मतदाताओं की औसत संख्या बढ़ जाती है। प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों में से हरिद्वार संसदीय सीट पर सबसे अधिक पुरुष मतदाता 52.60 और महिला मतदाता सबसे कम 47.39 प्रतिशत हैं। नैनीताल संसदीय सीट पर 48.05 महिला मतदाता...

By chandrashekhar diwedi Edited By: Riya Pandey Published: Mon, 15 Apr 2024 05:50 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2024 05:50 PM (IST)
पहाड़ की विधानसभाओं में है महिला मतदाताओं का दबदबा

चंद्रशेखर द्विवेदी, अल्मोड़ा। पहाड़ी क्षेत्रों के संसदीय सीटों में जहां महिला मतदाताओं की औसत संख्या पुरुषों से अधिक है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में आते-आते पुरुष मतदाताओं की औसत संख्या बढ़ जाती है।

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पौड़ी संसदीय क्षेत्र की दो विधानसभा केदारानाथ, रुद्रप्रयाग और अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र की तीन विधानसभाओं डीडीहाट, पिथौरागढ़, द्वाराहाट में महिलाओं का दबदबा है। यहां पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। वहीं टिहरी, नैनीताल, हरिद्वार की सभी 42 विधानसभाओं में पुरुष मतदाता, महिलाओं को काफी पछाड़ रहे हैं।

प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों में से हरिद्वार संसदीय सीट पर सबसे अधिक पुरुष मतदाता 52.60 और महिला मतदाता सबसे कम 47.39 प्रतिशत हैं। नैनीताल संसदीय सीट पर 48.05 महिला मतदाता है। जबकि प्रदेश में महिला मतदाताओं का औसत 48.21 प्रतिशत है।

लगातार बढ़ती महिला मतदाताओं की तादात

पहाड़ी जिले में महिला मतदाताओं की बढ़ती तादात अच्छे लिंगानुपात का संकेत है। बीते कुछ वर्षों में पहाड़ी जिलों ने इसमें काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया है। विधानसभाओं की महिला मतदाताओं की लगातार बढ़ती तादात भी इस ओर संकेत कर रही है।

पौड़ी संसदीय क्षेत्र की कर्णप्रयाग विधानसभा, अल्मोड़ा की धारचूला विधानसभा में महिला के मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या केवल 200 ही अधिक है। जबकि यहां पांच विधानसभाओं में महिला मतदाता पुरुषों से अधिक हैं। वहीं मैदानी क्षेत्रों की विधानसभाओं में महिला-पुरुष मतदाताओं में काफी अंतर दिखाई देता है।

भीमताल विधानसभा में सबसे कम महिला मतदाता

नैनीताल और हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में इसका असर भी दिखाई देता है। नैनीताल की भीमताल विधान सभा में पुरुषों के मामले में केवल 46.07 महिला मतदाता है। जो प्रदेश की 70 विधानसभाओं में सबसे कम है। इसके बाद हरिद्वार संसदीय क्षेत्र की सीटें आती है।

हरिद्वार विधानसभा में 46.20, झबरेड़ा 46.77, भगवानपुर 46.85, ज्वालापुर में 47.02 प्रतिशत महिला मतदाता है। जो प्रदेश की महिला मतदाताओं के सामान्य औसत से बेहद कम है। प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों की 70 विधानसभाओं में कुल 51.80 प्रतिशत पुरुष और 48.21 प्रतिशत महिला मतदाता है। प्रदेश की पांच लोक सभा सीटों पर 4317579 पुरुष, 4020038 मतदाता हैं।

दो संसदीय क्षेत्र, पांच विधानसभा में महिलाओं का दबदबा

अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र - विधानसभा - महिला - पुरुष

डीडीहाट - 40573 - 39851

पिथौरागढ़ - 54163 - 53419

द्वाराहाट - 45993 - 45275

पौड़ी संसदीय क्षेत्र

केदारनाथ - 45962 - 44877

रुद्रप्रयाग - 52411 - 52373

संसदीय क्षेत्र में महिला-पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत

सीट  महिला पुरुष
पौड़ी  51.07 48.92
अल्मोड़ा 51.10 48.90
टिहरी  51.71 48.28
नैनीताल  51.94 48.05
हरिद्वार 52.60 47.39

प्रदेश की सबसे कम महिला मतदाताओं वाली विधानसभा

संसदीय क्षेत्र विधानसभा महिला
नैनीताल, भीमताल  46.07 प्रतिशत
जसपुर  47.06
हरिद्वार  46.20
झबरेड़ा 46.77
भगवानपुर 46.85
ज्वालापुर 47.02
मंगलौर  47.20

पांच लोकसभा सीटों पर मतदाता

संसदीय क्षेत्र पुरुष महिला
टिहरी  815819 761783
पौड़ी  699408 669964
अल्मोड़ा  684406 654916
नैनीताल  1047118 968636
हरिद्वार  1070828 964739

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