भौनादेवी पेयजल योजना से पंपिग बंद, हजारों के सूखे हलक
संवाद सहयोगी भिकियासैंण (अल्मोड़ा) तहसील के करीब चालीस हजार से अधिक की आबादी को पेयज
संवाद सहयोगी, भिकियासैंण (अल्मोड़ा) : तहसील के करीब चालीस हजार से अधिक की आबादी को पेयजल मुहैया कराने वाली भौनादेवी पेयजल योजना देखरेख के अभाव में अब जीर्ण शीर्ण हो चुकी है। पिछले पांच दिनों से इस योजना से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हो पाया है। योजना के तीन पंप खराब हालत में होने के कारण रामगंगा नदी से पंपिग नहीं हो पा रही है। जिस कारण कड़ाके की ठंड में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्र के दर्जनों गांवों को पेयजल मुहैया कराने के उद्देश्य से करीब चार दशक पहले रामगंगा नदी से भौनादेवी पेयजल पंपिग योजना का निर्माण कराया गया था। इस योजना से क्षेत्र के धूरा, कढ़ोली, कुझीणा, पीपलगांव, माझली, बासोट, मझेड़ा, सौरे, कुम्हाथी, तराड़ी, बिनोली, जिहाड़ समेत आसपास के 60 से अधिक गांवों व उनके तोकों को पेयजल मुहैया कराया जाता है, लेकिन देखरेख के अभाव में अब यह पेयजल योजना लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रही है। पिछले पांच दिनों से इस योजना में लगे चार में से तीन पंप खराब हालत में हैं। जबकि चौथा पंप भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। पंपों के खराब होने के कारण अब इस योजना से लोगों को पानी मुहैया नहीं हो पा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस योजना का निर्माण वर्ष 1984 में किया गया था। जिसका वर्ष 2004 में पुनर्गठन भी हो जाना चाहिए था, लेकिन योजना के निर्माण के करीब 35 साल के बाद भी इसका पुनर्गठन नहीं हो पाया है। जिस कारण लोगों को अक्सर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
==========
चालीस हजार से अधिक की आबादी प्रभावित
भिकियासैंण : तहसील के दर्जनों गांवों को पेयजल मुहैया कराने वाली भौनादेवी पेयजल पंपिग योजना के ठप होने के कारण करीब चालीस हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले पांच दिनों से इस योजना से एक बूंद पानी नहीं टपका है। जिस कारण लोगों के सामने पेयजल समस्या बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि ठंड के मौसम में लोगों को दूरदराज से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है, लेकिन शिकायत के बाद भी विभाग पंपों को ठीक नहीं करा पा रहा है।
===========
भौनादेवी पेयजल योजना में तीन पंपों के खराब होने के कारण पेयजल आपूíत में बाधा आई है। तकनीशियन को बुलाया गया है। शीघ्र ही पंपों को ठीक कर पेयजल की आपूíत सुचारु करने का प्रयास किया जा रहा है।
- केएल साह, एसडीओ, जल संस्थान