पनुवानौला में हस्तशिल्प के हुनर से बहुरेंगे ग्रामीणों के दिन
पनुवानौला में दौलीगाढ़ में कार्यशाला के जरिये बांस से घरेलू सामान तैयार कर आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई गई।
संसू, पनुवानौला (अल्मोड़ा): उतराखंड हस्तशिल्प व हथकरघा तथा उद्योग विभाग की संयुक्त पहल पर दौलीगाढ़ (धौलादेवी ब्लाक) में एकीकृत डिजाइन एवं तकनीकी विकास के तहत कार्यशाला हुई। इसमें विशेषज्ञों ने ग्रामीणों को बांस की लकडि़यों से तैयार किए जाने वाले घरेलू उपयोग के सामान व सजावतटी सामग्री तैयार करने का का प्रशिक्षण दिया गया।
हस्तशिल्प व हथकरघा अश्रि्वनी शर्मा ने ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बन आर्थिकी सुधार के लिए प्रोत्साहित किया। गोसेवा ट्रस्ट के सचिव दयाकृष्ण कांडपाल ने कहा कि हस्तशिल्प के साथ ही पशुपालन व गोसेवा के जरिये ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत दौलीगाढ़ में बांस का परंपरागत उपयोग अरसे से होता आ रहा है। यह कौशल विकास के साथ आय बढ़ाने का शानदार माध्यम है। कार्यशाला में लगभग 40 लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसमें उन्हें बांस से डलिया, फूलदान, लैंप स्टेंड, सजावटी ट्रे व अन्य सामान बनाने के गुर बताए गए। ग्राम प्रधान पूनम देवी ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए ग्रामीण बेहद उत्सुक हैं। प्रधान ने बताया कि गांव में कोरोना काल के चलते नौकरी छूट जाने के कारण कई युवा घर लौटे हैं। ऐसे में उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया था। हस्तशिल्प के जरिये आत्मनिर्भर बनने की नई राह दिखाई देने पर सभी के चेहरों पर नई उम्मीदों की चमक साफ देखी जा सकती है। कार्यशाला में गांव के ही नदी राम, लछी राम, विकास कुमार, दौलत राम, पूजा, मनीषा आर्या, जानकी देवी, मीना देवी, सोनिया आर्या, गोपुली देवी, कैलाश राम, गोविंद राम, जगदीश राम, सुंदर लाल, रमेश राम, वीरेंद्र कुमार आदि प्रशिक्षण ले रहे हैं।
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