मांगों को लेकर ग्राम प्रधान लामबंद, नारेबाजी की
ग्राम प्रधान संगठन की ब्लॉक इकाई की बुधवार को यहां विकास खंड में बैठक के बाद हंगामा हो गया।
संवाद सहयोगी, चौखुटिया: ग्राम प्रधान संगठन की ब्लॉक इकाई की बुधवार को यहां विकास खंड सभागार कक्ष में हुई बैठक में प्रधानों ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांवों में पेयजल योजनाओं का निर्माण कार्य ठेकेदारी प्रथा में दिए जाने का पुरजोर विरोध किया। सभी ने एक स्वर से जनसहभागिता के आधार पर ऐसे कार्य ग्राम पंचायतों को दिए जाने की मांग की। ऐसा न होने पर आंदोलन का शुरू करने का एलान भी किया। राशन कार्ड ऑनलाइन कराने व कार्डो के शुद्धिकरण व नवीनीकरण में आ रही दिक्कतों पर भी गहन चर्चा हुई। मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी भी की गई।
संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष पवन पांडे की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में प्रधानों की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं व लंबित मांगों पर गहन मंत्रणा की गई। कहा गया किनई पंचायतीराज एक्ट के तहत प्रदत्त अधिकार प्रधानों को सौंपे जाने के बजाय उनके अधिकारों में कटौती की जा रही है। हालत यह हो गई है सरकार की उपेक्षा के चलते ग्राम पंचायतें अधिकार विहीन हो गई हैं। कहा कि विभाग की लापरवाही के चलते राज्य वित्त के कार्य भी ठप पड़े हैं। कोविड-19 के बचाव में खर्च हुए राज्य वित्त मद का 20 फीसद धनराशि का प्रधानों को भुगतान न होने पर रोष व्यक्त किया।
बैठक में प्रधानों का मानदेय पंद्रह सौ से बढ़ाकर प्रति माह तीस हजार करने व उन्हें आई कार्ड दिए जाने व परिवार रजिस्टर की तमाम विसंगतियां दूर करने को रजिस्टर प्रधानों को सौंपे जाए तथा खामियों को दूर करने के बाद ही उन्हें ऑनलाइन किया जाए। राशन कार्ड नवीनीकरण में आय प्रमाण पत्र की बाध्यता पूर्ण रूप से समाप्त करने की पुरजोर मांग की गई। खंड विकास अधिकारी बृजमोहन गुरूरानी, एडीओ सुंदर लाल व गणेश रावत ने जानकारी दी।
बैठक में किशोर शर्मा, गिरधर बिष्ट, हिमांशु देवतला, जीवन नेगी, दीपा मासीवाल, दिनेश मनराल, गिरीश चं,द्र शंकर सिंह, ललित मोहन जोशी, तारा सिंह, गीता, शर्मिला देवी, गोबिंदी देवी, सुनीता गोस्वामी, उमा देवी, विपिन चुंद्र, विमला देवी, शंकर दत्त, धन सिंह, महेंद्र सिंह व आनंद सिंह आदि मौजूद थे।