उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड को मान्यता से खिली बाछें
संवाद सहयोगी, रानीखेत : आखिर राज्य गठन के 18 वर्ष बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ
संवाद सहयोगी, रानीखेत : आखिर राज्य गठन के 18 वर्ष बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उत्तराखंड को मान्यता की सौगात दी। इससे क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की अल्मोड़ा इकाई व क्रिकेट प्रेमियों की बाछें खिल उठी हैं। मंगलवार को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ अल्मोड़ा की बैठक में वक्ताओं ने कहा, राज्य का अपना क्रिकेट बोर्ड न होने प्रतिभाओं को दूसरे प्रदेशों की शरण लेनी पड़ती थी। अब जनपद के उभरते क्रिकेटरों केा अंडर-14,16,19 व 23 तथा रणजी ट्रॉफी के जरिये उचित प्लेटफॉर्म मिल सकेगा। सदस्यों ने बोर्ड की मान्यता प्रदान कराने के लिए खेल मंत्री अरविंद पाडेय एवं पीसी वर्मा की पहल को सराहनीय बताया। इस मौके पर एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश मनराल, हेमंत बिष्ट, उमेश बेदी, हर्ष गोयल, वरिष्ठ खिलाड़ी हिमाशु उपाध्याय, भूपेंद्र रावत, अनिल गोयल, धीरेंद्र मेहरा, प्रभात मेहरा, धीरज वर्मा, जयंत रौतेला, दीपक मेहरा, परमवीर मेहरा, ललित बजेठा, ललित नेगी आदि मौजूद रहे।
============ 'राज्य क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआइ की मान्यता मिलना बड़ी उपलब्धि है। यहां के प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अब मौका मिलेगा।
- उमेश बिष्ट, कोषाध्यक्ष'
=============== ' इससे युवा क्रिकेटरों का मनोबल बढ़ा है। अब प्रदेश की अपनी टीम बन सकेगी, जो अन्य प्रदेशों को टक्कर देगी।
-पंकज जोशी, मीडिया प्रभारी '
=============== 'बोर्ड गठन बड़ी बात है। उभरते खिलाडि़यों को उचित मंच मिलेगा। बीसीसीआइ व राज्य सरकार का आभार।
- हर्ष गोयल, सचिव'
=============== 'यह बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2008 में तत्कालीन विधायक करन माहरा ने भी विधानसभा में प्रश्न उठाया था। ग्रामीण प्रतिभाएं निखर सकेंगी।
- हेमंत बिष्ट, पूर्व क्रिकेटर'
=============== 'राज्य का अपना क्रिकेट बोर्ड न होने से प्रतिभाओं को घाटा उठाना पड़ रहा था। अब खिलाड़ी खुलकर प्रतिभा दिखा राष्ट्रीय फलक पर चमकेंगे।
-हरीश मनराल, एसो. अध्यक्ष'