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जनहित में हो वैज्ञानिक शोध का उपयोग

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : कोसी कटारमल स्थित पंडित गो¨वद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 06:14 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 06:14 PM (IST)
जनहित में हो वैज्ञानिक शोध का उपयोग

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : कोसी कटारमल स्थित पंडित गो¨वद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण एवं सतत विकास संस्थान में 24वां वाíषक समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जो शोध संस्थान की तरफ से अब तक किए गए हैं। उनका उपयोग जनहित में अधिक से अधिक किया जाए इसका प्रयास पर्यावरण वैज्ञानिक करें। यह तभी संभव है जब इसके लिए जो रणनीति है उसका पूरा पालन किया जाए।

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कोसी कटारमल में स्थित पर्यावरण संस्थान में 24वें वाíषक समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करते

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज पर्यावरण संस्थान की तरफ से जो वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। उनके शोध पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन शोधों का उपयोग जनहित में हो इसका पूरा प्रयास करने चाहिए। यह केवल कागज का पु¨लदा न बनकर रह जाएं। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज ग्लोबल वाíमंग, जलवायु परिवर्तन की दिशा में व्यापक काम हो रहा है। उन्होंने खुद देश के विभिन्न जगहों पर स्थित प्रयोगशालाओं में जाकर अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों से बात की है। जिसमें यह बात निकलकर सामने आई है कि धरातल पर जलवायु परिवर्तन के लिए किया जा रहा है यह उनको मालूम नहीं है। शोध व उनके आंकड़ों से बाहर निकलकर आमजन के लिए काम करने की जरूरत भी है।

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पूरे विश्व में 1209 संस्थाएं कर रहीं काम

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज पूरे विश्व में लगभग 1209 संस्थाएं ऐसी हैं जो पर्यावरण संरक्षण व जलवायु परिवर्तन की दिशा में काम कर रही हैं। हमारे देश की रैं¨कग पूरे विश्व में 9 वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि हम छोटी-छोटी चीजों को ध्यान में रखकर पर्यावरण को बचा सकते हैं। इसके लिए ग्रीन गुड नीड, गुड रिस्पांसबेलिटी, ग्रीन गुड प्रैक्टिस की जरूरत अधिक है। केवल कागजों में शोध के आंकड़े नहीं होने चाहिए। कार्यक्रम में प्रोफेसर पीएस राय वरिष्ठ वैज्ञानिक हैदराबाद विश्वविद्यालय ने अपना शोध व्याख्यान प्रस्तुत किया। वहीं केंद्रीय पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा, संस्थान के निदेशक डॉ. आरएस रावल, डॉ. एसपी ¨सह ने आए हुए अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा ने पर्यावरण के क्षेत्र में संस्थान की तरफ से किए गए कार्यों पर वैज्ञानिकों व कर्मचारियों को बधाई दी।

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हर्षवर्धन ग्रीन बोनस के सवाल को टाल गए

पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लंबे समय से ग्रीन बोनस की मांग को यह कहकर टाल गए कि सरकार जितना सहयोग हो सकेगा वह सब करेगी। पर्यावरण संस्थान को आगे बढ़ाने में बजट की कोई कमी नहीं आने देंगे। यह संस्थान लगातार अपने शोधों व जलवायु परिवर्तन की दिशा में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अभूतपूर्व काम कर रहा है। उनका प्रयास है कि जो कमियां दिखाई दे रही हैं वह प्रस्ताव लेकर पूरी की जाएंगी। इस मौके डीएम नितिन ¨सह भदौरिया, पीसी तिवारी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शोभा जोशी, सीडीओ मयूर दीक्षित, इंजीनियर किरीट कुमार सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी व संस्थान के कर्मचारी मौजूद रहे। मुख्य जिला कृषि अधिकारी प्रियंका ¨सह, एसडीएम विवेक राय आदि मौजूद थे।


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