बिजली के दामों में वृद्धि को दन्यां के लोगों ने सरकार की संवेदनहीनता करार दिया
दन्यां के लोगों ने बिजली के दामों में 25 से 35 पैसे प्रति यूनिट वृद्धि को सरकार की संवेदनहीनता करार दिया।
संस, दन्यां : बिजली के दामों में 25 से 35 पैसे प्रति यूनिट वृद्धि को अनेक जन प्रतिनिधियों और आम उपभोक्ताओं ने सरकार की संवेदनहीनता करार दिया है। धौलादेवी विकासखंड के अनेक उपभोक्ताओं ने उत्तराखंड बिजली नियामक आयोग और सीएम को ज्ञापन भेज बढ़ोतरी को तत्काल वापस लेने की मांग की है। क्षेत्र उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में काम काज ठप है। दैनिक उपयोग की तमाम वस्तुओं के दाम पहले से ही आसमान छू रहे हैं। सरकार द्वारा बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर देने से उपभोक्ताओं को दोहरी मार पड़ रही है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे व ब्लॉक अध्यक्ष पूरन बिष्ट ने सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं की छूट की सीमा 200 यूनिटों से घटा 100 यूनिट करने और 35 पैसे प्रति यूनिट दाम बढ़ाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
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विवरण: प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना काल में बिजली के दामों में बढ़ोतरी करना घरेलू उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। सरकार को जनहित में इस वृद्धि को तुरंत वापस लेना चाहिए
- बिशन सिंह गैड़ा पूर्व जिला पंचायत सदस्य, ध्याड़ी फोटो: 28डीएनआईपी7
विवरण: आवश्यक वस्तुओं के दाम पहले से ही आसमान छू रहे हैं। महामारी के चलते लोग खाली हाथ बैठे हैं। ऐसे में बिजली की दरों में प्रति यूनिट 35 पैसे तक बढ़ाना सरकार की संवेदनहीनता है।
-रमेश कांडपाल समाजिक कार्यकर्ता, भनोली फोटो: 28डीएनआईपी8
विवरण: ग्रामीण लोगों का काम धंधा चौपट हो गया है। सूखे की वजह से रबी की फसल भी खत्म हो चुकी है। ऐसी हालतों में भाजपा सरकार गरीब लोगों की कमर तोड़ने पर तुली हुई है। - गिरीश जोशी, प्रधान कोला फोटो: 28डीएनआईपी9
विवरण: दिल्ली में बिजली मुफ्त मिल रही है और हमारी प्रदेश सरकार ऊर्जा प्रदेश का ढोल पीटते हुए बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर रही है।
- दयाकिशन पांडे सामाजिक कार्यकर्ता, रतेड़ी